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छाले और बवासीर जैसी बीमारियों से हैं परेशान, ये एक फल दिलाएगा आपको आराम

Ayurvedic treatment for Ulcers and Piles: आयुर्वेद में हजारों वर्षों से इस्तेमाल होने वाली औषधियों में माजूफल की खास जगह है. यह एक नेचुरल औषधि है, जो ओक के पेड़ों पर कीटों के कारण बनने वाली गांठों से बनती है. माजूफल अपने कसैले, एंटीबैक्टीरियल, एंटी-फंगल और एंटीऑक्सीडेंट गुणों के कारण स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद मानी जाती है.

यह पेट, त्वचा, दांत, गला और महिलाओं से जुड़ी कई समस्याओं के इलाज में उपयोगी है. आयुर्वेदाचार्य माजूफल को घरेलू औषधि का चमत्कारी खजाना कहते हैं. इसका सही तरीके से और सीमित मात्रा में इस्तेमाल करने से कई रोगों से राहत मिल सकती है. आइए जानते हैं माजूफल के लाभ और इसके उपयोग के आसान नुस्खे.

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पेट और पाचन से जुड़ी समस्याओं में लाभकारी | Ayurvedic treatment for Ulcers and Piles

माजूफल का कसैला गुण पेट को मजबूत करता है और दस्त, पेचिश, आंतों की सूजन जैसी समस्याओं से राहत देता है. इसका पाउडर दालचीनी के साथ लेने से बार-बार शौच और चिपचिपे मल की शिकायत कम होती है. रोजाना इसका काढ़ा पीने से पाचन तंत्र बेहतर रहता है.

दांत और मुंह की देखभाल में असरदार | Ayurvedic treatment for Ulcers and Piles

माजूफल का चूर्ण या काढ़ा मुंह के छाले, मसूड़ों की सूजन और दांतों से खून बहने में बेहद उपयोगी है. इसे फिटकरी या सुपारी के साथ मंजन की तरह प्रयोग करने से मुंह की दुर्गंध और पायरिया से राहत मिलती है.

त्वचा की समस्याओं के लिए उपयोगी | Ayurvedic treatment for Ulcers and Piles

माजूफल का लेप त्वचा के घाव, मुंहासे, खुजली और झाइयों को दूर करने में सहायक है. सिरके के साथ मिलाकर इसे चेहरे पर लगाने से त्वचा साफ और चमकदार बनती है.

महिला रोगों में प्रभावी इलाज | Ayurvedic treatment for Ulcers and Piles

महिलाओं की ओवेरियन सिस्ट और बच्चेदानी की गांठों के लिए माजूफल, जैतून का सूखा फल और गुलाबी फिटकरी का पाउडर कारगर है. इसे गुनगुने पानी और नींबू के साथ सुबह खाली पेट लेने से लाभ मिलता है. ल्यूकोरिया (सफेद पानी) के लिए भी माजूफल, लोधरा, मोचरस, नागकेसर और मिश्री का मिश्रण रामबाण है.

गले, बवासीर और मधुमेह में लाभदायक | Ayurvedic treatment for Ulcers and Piles

माजूफल का काढ़ा गरारे करने से गले की खराश, टॉन्सिल और मुंह के संक्रमण में राहत मिलती है. बवासीर में इसका काढ़ा या लेप दर्द और सूजन को कम करता है.

अन्य उपयोग और सावधानियां | Ayurvedic treatment for Ulcers and Piles

माजूफल मूत्र संक्रमण, बाल झड़ने और घाव भरने में भी लाभदायक है. इसका 1-2 ग्राम चूर्ण शहद या पानी के साथ लिया जा सकता है. हालांकि, गर्भवती महिलाएं इसका सेवन न करें, क्योंकि इससे गर्भपात का खतरा हो सकता है. अधिक मात्रा में सेवन करने से कब्ज की समस्या हो सकती है.

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