जिम में Exercise करते समय दिखें ऐसे लक्षण तो हो जाएं सतर्क, हो सकता है Heart Attack का संकेत!

अगर आप जिम में खुद को फिट रखने के लिए पसीना बहा रहे हैं, घंटों एक्सरसाइज कर रहे हैं और अचानक आपके दिल की धड़कन तेज हो जाए। तो क्या इसे सिर्फ एक्सरसाइज का पेन समझेंगे या ये दिल के लिए कोई चेतावनी हो सकती है। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है, क्योंकि जरूरत से ज्यादा एक्सरसाइज करने से दिल पर दबाव पड़ने लगता है। ओवरट्रेनिंग कई बार सेहत के लिए घातक हो सकती है।
हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक, ज्यादा एक्सरसाइज के साथ आराम में कमी और रिकवरी पीरियड, कभी-कभी लोगों को गंभीर मेडिकल कंडीशन में डाल सकते हैं। फिटने के लिए एक्सरसाइज करते वक्त आपको व्यायाम की तीव्रता और सेफ्टी का ख्याल रखना जरूरी है। अगर एक्सरसाइज के वक्त ऐसे लक्षण दिखाई दें तो रुक जाएं और एक बार डॉक्टर से सलाह जरूर लें।

एक्सरसाइज करते समय हार्ट से जुड़े हो सकते हैं ये लक्षण
सीने में दर्द- जब आपका शरीर सक्रिय होता है तो सीने में दर्द, जो जकड़न, जलन या दबाव जैसा महसूस हो सकता है। सबसे आम लक्षणों में से एक है, जो हार्ट से संबंधी हो सकता है।
सांस लेने में तकलीफ- अक्सर चक्कर आने या सिर हल्का होने के साथ-साथ व्यायाम करते समय सांस लेने में परेशानी होना, हार्ट संबंधी समस्या की ओर संकेत कर सकता है।
असामान्य थकान- अचानक से बहुत तेज थकान, विशेष रूप से जब थोड़ी सी मेहनत के बाद होती है तो यह हार्ट संबंधी समस्याओं का संकेत हो सकता है।
अनियमित हार्ट बीट- फिजिकल एक्टिविटी के दौरान असामान्य रूप से हार्ट बीट बढ़ना, जो बहुत तेज या बहुत धीमी या अनियमित महसूस हो सकती है। शरीर के इन लक्षणों को हल्के में बिल्कुल भी नहीं लेना चाहिए।
चक्कर आना- यह एक ऐसी स्थिति है, जो बेहोशी के साथ होती है, जिसमें व्यक्ति फिजिकल एक्टिविटी करते समय भी खुद को अचेत या असहज महसूस करता है। इसका मतलब हार्ट में खून की सप्लाई सही तरीके से नहीं हो पा रही है।
ठंडा पसीना आना- हाई इंटेंसिटी वाली एक्सरसाइज करने से तेज पसीना आना नॉर्मल है। लेकिन, अगर बिना किसी एक्टिविटी के पसीना आ रहा है या बहुत तेज पसीना बह रहा है। ठंड जैसी महसूस हो रही है तो ये हार्ट से जुड़ा संकेत हो सकता है।
डॉक्टर को जरूर दिखाएं- अगर शरीर में इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई दें तो एक्सरसाइज करना तुरंत बंद कर दें। बिना देरी किए पास के अस्पताल में जाकर डॉक्टर को जरूर दिखाएं। इससे खतरे को कम किया जा सकता है।