डायबिटीज से है बचना तो आलिया भट्ट के डाइटिशियन के इस डाइट चार्ट को जरूर फॉलो करना

How To Control Diabetes: अचानक से ब्लड शुगर का बढ़ना, डायबिटीज के मरीज के लिए शुगर स्पाइक यानि खतरनाक माना जाता है। इससे शरीर के दूसरे अंगों पर भी बुरा असर पड़ता है। डायबिटीज को साइलेंट किलर कहा जाता है। ये ऐसी बीमारी है जो धीरे-धीरे शरीर को अंदर को डैमेज करती रहती है। डायबिटीज में शुगर स्पाइक करने से हार्ट, लिवर, किडनी और दूसरे अंगों पर बुरा असर पड़ता है। इसलिए आपको शुगर के बढ़ने और एकदम से लो होने से बचना है।
डाइट और बैलेंस लाइफस्टाइल को अपनाकर आप शुगर को कंट्रोल कर सकते हैं। इसके लिए आप डॉक्टर से सलाह लें। वहीं एक्ट्रेस आलिया भट्ट के डाइटिशियन डॉक्टर सिद्धांत भार्गव ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर शुगर को कंट्रोल करने के आसान टिप्स दिए हैं। जिससे आपका ब्लड शुगर लेवल एकदम से हाई या लो नहीं होगा। इस तरह आप शुगर को आसानी से कंट्रोल कर सकते हैं। डाइटिशियन की मानें तो जितने ज्यादा आपके शुगर स्पाइक्स होंगे आपके अंगों पर उतना ज्यादा बुरा असर होगा। डायबिटीज के मरीज को इन्हीं शुगर अप्स और डाउन से बचना है।
इसके लिए डाइट और लाइफस्टाइल में ये 4 बदलाव कर लें | How To Control Diabetes
- मिलेट्स खाएं– खाने में ज्यादा से ज्यादा मिलेट्स शामिल करें। गेहूं और चावल से जितना हो सके बचें। आप इनकी जगह ज्वार, बाजरा, रागी के आटे और इन अनाज को शामिल करें। इनका ग्लाइसेमिक इंडेक्स काफी कम होता है। जो डायबिटीज के मरीज को शुगर स्पाइक से बचाता है।

- मीठे की क्रेविंग होने पर ये खाएं– डायबिटीज के मरीज को अक्सर मीठा खाने की क्रेविंग होती है। अगर कभी ऐसा हो तो आपको भरे पर ही मीठा खाना चाहिए। कोशिश करें नेचुरल शुगर वाली चीजें खाएं। मीठा खाने से पहले थोड़ा फाइबर फूड खा लें। इससे अचानक से शुगर लेवर हाई नहीं होगा।

- सिर्फ कार्ब्स से बचें– खाने में सिर्फ कार्ब्स फूड ही नहीं लें। जैसे पोहा, उपमा, रोटी, चावल या इडली ही नहीं खाएं। इस खाने के साथ कोई एक प्रोटीन सोर्स जरूर लें। जिसमें दही, पनीर, चिकन या अंडा खाएं। इसके अलावा खाने में कोई फैट सोर्स जैसे नट्स भी शामिल करें।

- खाने के बार 15 मिनट वॉक– डायबिटीज के मरीज को हर मील के बाद 15 मिनट की वॉक जरूर करनी चाहिए। खासतौर से बिग मील जैसे नाश्ता, लंच और डिनर के बाद आपको 15 मिनट जरूर टहलना चाहिए। इससे आपके शुगर स्पाइक को काफी हद तक कम किया जा सकता है।
