सभी चिकित्सकों को आपातकालीन प्रबंधन को लेकर अपडेट रहना जरुरी: डॉ. एनबी सिंह
बलरामपुर अस्पताल में आयोजित चार दिवसीय “डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल फिजिशियन ट्रेनिंग” इमरजेंसी मैनेजमेंट वर्कशॉप सम्पन्न

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चिकित्सकों को इमरजेंसी में मरीजों को बेहतर इलाज के लिए मिली इमरजेंसी मैनेजमेंट ट्रेनिंग
Lucknow News: सभी चिकित्सकों को आपातकालीन (इमरजेंसी) प्रबंधन (मैनेजमेंट) के बारे में अपडेट रहना जरूरी है। चिकित्सक किसी भी स्पेशलिटी के हों, इमरजेंसी मैनेजमेंट जानना सबके लिए आवश्यक है। अस्पताल में, घर में और आस पड़ोंस में कहीं भी आपातकालीन परिस्थिति आ सकती है। यह बातें मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एनबी सिंह ने बलरामपुर अस्पताल में इमरजेंसी मैनेजमेंट वर्कशॉप के समापन के अवसर पर कहीं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि इमरजेंसी में मरीज और उनके परिजन उम्मीद करते हैं कि चिकित्सक मदद करेंगे। भले ही किसी भी स्पेशलिटी के हों। यह ट्रेनिंग बहुत महत्वपूर्ण है। इस ट्रेनिंग से इमरजेंसी में ट्रॉमा, कार्डियक अरेस्ट, स्नेक बाइट प्वायजनिंग के मरीजों के बेहतर इलाज में काफी मदद मिलेगी।
सभी डॉक्टर्स को ये ट्रेनिंग दी जाये, हर 6 माह में रिफ्रेशर ट्रेनिंग भी मिले
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने ट्रेनिंग कराने वाली संस्था ईएमआरआई के विशेषज्ञों से कहा कि जिले में सभी डॉक्टर्स को भी ये ट्रेनिंग दी जाये और हर 6 माह में रिफ्रेशर ट्रेनिंग भी मिले। इससे इमरजेंसी में मरीजों के इलाज में काफी मदद मिलेगी। इस मौके पर बलरामपुर अस्पताल के सीएमएस डॉ. ए.के. वर्मा ने भी इमरजेंसी केयर व इमरजेंसी मैनेजमेंट के बारे में जानकारी दी। उत्तर प्रदेश में 108 एवं 102 एम्बुलेंस सेवा प्रदाता संस्था ईएमआरआई ग्रीन हेल्थ सर्विसेज की ओर से इस इमरजेंसी मैनेजमेंट वर्कशॉप का आयोजन किया गया था। जिसमें जनपद के विभिन्न सरकारी अस्पतालों में तैनात 26 चिकित्सकों ने हिस्सा लिया।
ईएमआरआई ग्रीन हेल्थ सर्विसेज की ओर से मुख्य रूप से डॉ. रवीन सिंह, डॉ. राजा नरसिंह राव, ले. कर्नल डॉ. संदीप, डॉ. राजा भारत, डॉ. दाउद हुसामी, व अन्य विशेषज्ञों की टीम ने डॉक्टर्स को इमरजेंसी मैनेजमेंट की र्टेनिंग दी गई और इमरजेंसी में इलाज की बारीकियों से अवगत कराया। डॉ. दाउद हुसामी ने बताया कि चार दिवसीय ट्रेनिंग में प्रमुख रूप से ट्रॉमा मैनेजमेंट, बेसिक लाइफ सपोर्ट, एडवांस लाइफ सपोर्ट, बेसिक एयरवे मैनेजमेंट, एडवांस एयरवे मैनेजमेंट, इंडो ट्रैकियल इंटुबेशन, एसटीएमआई मैनेजमेंट, हार्ट अटैक, कार्डियक अरेस्ट, स्नेक बाइट प्वायजनिंग, चेस्ट एक्सरे ईसीजी, बर्न मैनेजमेंट आदि के बारे में विस्तार से ट्रेनिंग दी गई।
प्रशिक्षण प्राप्त चिकित्सकों ने साझा किए अनुभव
सीएचसी मोहनलालगंज के डा. भारतेन्दु प्रकाश ने कहा कि इस प्रशिक्षण से इमरजेंसी केयर की जानकारी बढ़ी है और इससे इमरजेंसी में इलाज के लिए काफी मदद मिलेगी। सीएचसी गोसाईंगंज के डॉ. विनय शंकर पांडेय ने बताया कि ट्रेनिंग में दी गई जानकारी से इमरजेंसी मैनेजमेंट में काफी मदद मिलेगी। यूसीचएसी इंदिरा नगर की डॉ. सौम्या सिंह ने बताया कि इससे काफी सीखने को मिला। इससे मरीज का किस तरह इलाज करेंगे, यह प्रैक्टिकली समझने का मौका मिला। सीएचसी माल से डॉ. मोहम्मद आमिर ने कहा कि सीएचसी में इमरजेंसी मैनेजमेंट के लिए यह बहुत महत्वपूर्ण है विशेष तौर पर स्नेक बाइट, चेस्ट पेन व टॉमा केसेज मैनेजमेंट में महत्वपूर्ण जानकारी मिली। बलरामपुर अस्तपाल के डॉ. मनीष श्रीवास्तव ने बताया कि डिस्ट्रिक्ट और कम्युनिटी हॉस्पिटल में मेडिकल इमरजेंसी मैनेजमेंट के लिए यह ट्रेनिंग बहुत महत्वपूर्ण है।