KGMU News: ‘नर्सिंग शिक्षा में गुणवत्ता पोषण अभिनव तरीके’ पर कार्यशाला का आयोजन

Lucknow KGMU News: किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के कॉलेज ऑफ नर्सिंग में ‘नर्सिंग शिक्षा में गुणवत्ता पोषणः अभिनव तरीके’ विषय पर 10वें वार्षिक राष्ट्रीय सम्मेलन के रूप में सिमुलेशन तकनीकों पर आधारित कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस अवसर पर प्रो. सोनिया नित्यानन्द (कुलपति, किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय, उप्र, लखनऊ) मुख्य अतिथि तथा प्रो. सुखपाल कौर (प्रधानाचार्या, नाइन (NINE), पीजीआई, चंडीगढ़) मुख्य वक्ता रहीं। प्रो. अपजीत कौर (प्रतिकुलपति, किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय, उत्तर प्रदेश, लखनऊ) ने भी सभा को सम्बोधित किया।

प्रो. अमिता पाण्डे (उपअधिष्ठाता, नर्सिंग संकाय, किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय) तथा डा. रश्मि पी. जॉन, (प्रधानाचार्या, कॉलेज ऑफ नर्सिंग, केजीएमयू) द्वारा नर्सिंग शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए नवीन तरीकों के महत्व के बारे में सभा को सम्बोधित किया। पूरे भारतवर्ष से कुल 220 प्रतिभागियों द्वारा सम्मेलन में प्रतिभाग किया गया। नर्सिंग क्षेत्र के प्रतिष्ठित पैनलिस्टों जिसमें डॉ अशोक कुमार बिष्नोई (अधिष्ठाता, नर्सिंग संकाय, अटल बिहारी वाजपेयी चिकित्सा विश्वविद्यालय), डॉ. रश्मि पी जॉन (प्रधानाचार्या, कॉलेज ऑफ नर्सिंग, केजीएमयू), डॉ. राधा के (प्रधानाचार्या, एसजीपीजीआई, कॉलेज ऑफ नर्सिंग, उप्र, लखनऊ), डॉ. प्रज्ञा पाठक (प्रोफेसर, एम्स कॉलेज ऑफ नर्सिंग, नई दिल्ली) और आरएमएल कॉलेज ऑफ नर्सिंग की पूर्व उप प्रधानाचार्या द्वारा डॉ. सुनीता श्रीवास्तव, (रीडर, आईएलबीएस कॉलेज ऑफ नर्सिंग, नई दिल्ली) के द्वारा नर्सिंग शिक्षा में आने वाली चुनौतियों पर उपयोगी चर्चा की गई।

छात्रों को वितरित किये गये प्रमाण पत्र | Lucknow KGMU News
कार्यक्रम के अन्तर्गत डॉ. रेणुका के (प्रधानाचार्या, एम्स कॉलेज ऑफ नर्सिंग, गोरखपुर) तथा कर्नल वी. सुग्रीता, (प्रधानाचार्या, कॉलेज ऑफ नर्सिंग, कमाण्ड हास्पिटल, लखनऊ) की अध्यक्षता में “सामूहिक सोच” पर व्याख्यान दिए गए। डॉ. डेजी थॉमस (प्रधानाचार्या, आरएके कॉलेज ऑफ नर्सिंग, नई दिल्ली) और डॉ. रश्मि पी जॉन की अध्यक्षता में “टीम आधारित शिक्षा” पर व्याख्यान दिया गया। प्रो. (डॉ.) शशि मावर (सह आचार्य, एम्स कॉलेज ऑफ नर्सिंग, नई दिल्ली). डॉ. राधा के (प्रधानाचार्या, एसजीपीजीआई, कॉलेज ऑफ नर्सिंग, उप्र, लखनऊ) की अध्यक्षता में “निदानिक मार्ग” पर व्याख्यान दिया गया। सम्मेलन के दौरान देशभर से आए विभिन्न छात्रों ने मौखिक प्रस्तुत और पोस्टर प्रस्तुति के माध्यम से अपने वैज्ञानिक शोधपत्र प्रस्तुत किए और उन्हें प्रमाणपत्र प्रदान किए गए। सम्मेलन का समापन प्रतिक्रिया और समापन सत्र के साथ हुआ।

वहीँ, इससे पूर्व कार्यशाला आयोजित की गई थी, जिसका उद्घाटन प्रो. अमिता पाण्डे (उप अधिष्ठाता, नर्सिंग संकाय, केजीएमयू, उप्र, लखनऊ) द्वारा किया गया। उप अधिष्ठाता द्वारा वर्तमान चिकित्सा पद्धति में सिमुलेशन के महत्व और उपयोग के बारे में भाषण दिया गया। उप अधिष्ठाता ने सिमुलेशन के साथ नैदानिक शिक्षा की भी तुलना की। स्वागत भाषण डॉ रश्मि पी जॉन द्वारा दिया गया। उनके द्वारा सिमुलेशन अभ्यास के लाभ और नर्सिंग देखभाल के साथ ही नर्सिंग शिक्षा की गुणवत्ता में इसकी भूमिका पर भाषण दिया गया।
