इन Exercise को बनाएं अपनी जीवनशैली का हिस्सा, बढ़ती उम्र में भी हड्डियां रहेंगी मजबूत

बढ़ती उम्र के साथ यदि जीवनशैली में हल्के व्यायाम को नियमित रूप से शामिल करें तो न केवल जोड़ों को मज़बूत बनाए रख सकते हैं, बल्कि उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को भी बेहतर ढंग से जी सकते हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, नियमित रूप से हल्के और सुरक्षित व्यायाम करने से हड्डियां मजबूत बनती हैं, जिससे शरीर में ऊर्जा बनी रहती है।
हल्का चलना (Brisk Walking)
हर दिन 20–30 मिनट की सैर जोड़ों पर अधिक दबाव डाले बिना उन्हें सक्रिय रखती है। यह घुटनों, टखनों और कूल्हों के लिए सुरक्षित और फायदेमंद होता है।सुबह या शाम को खुली हवा में चलना मानसिक ताजगी भी देता है।

योग और स्ट्रेचिंग (Yoga and Stretching)
धीमी गति वाले योग आसन जैसे- बालासन, त्रिकोणासन और मरजारी आसन जोड़ों की गतिशीलता बढ़ाते हैं और तनाव घटाते हैं। रोज़ाना 30-40 मिनट का योग दिनभर की अकड़न और जकड़न को दूर करता है।
साइकिल चलाना (Cycling)
साइकिल घुटनों के लिए कम दबाव वाला व्यायाम है जो हड्डियों को मज़बूत बनाता है और शरीर की सहनशक्ति बढ़ाता है।
सीढ़ियां चढ़ना (Stair Climbing)
सीढ़ियां चढ़ना जांघों और कूल्हों की मांसपेशियों को सक्रिय करता है। हल्की गति और संतुलन के साथ किया जाए तो यह एक प्रभावी लो-इम्पैक्ट एक्सरसाइज बन जाती है। 1-2 फ्लोर से शुरू करें और धीरे-धीरे बढ़ाएं।
टेबल/चेयर एक्सरसाइज़ (Chair Yoga & Desk Exercises)
बुज़ुर्गों या अधिक वजन वाली महिलाओं के लिए बैठकर किए जाने वाले व्यायाम बहुत प्रभावी होते हैं। इनमें Ankle Rotations, Knee Extensions और Arm Circles शामिल हो सकते हैं। यह दिनभर बैठे रहने के दुष्प्रभावों को कम करता है।
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एक्सरसाइज़ करते समय बरतें ये सावधानियां
व्यायाम से पहले और बाद में हल्की स्ट्रेचिंग जरूरी है। अचानक कोई तेज़ या ज़्यादा व्यायाम न करें। पानी पीते रहें और शरीर की सीमाओं का सम्मान करें। यदि कोई पुरानी जोड़ों की समस्या है तो चिकित्सकीय सलाह लेकर ही व्यायाम करें।