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बार-बार होता है Miscarriage? गर्भपात रोकने के लिए इन बातों का ख्याल रखना है जरूरी

Miscarriage: हर महिला के लिए मां बनना सौभाग्य की बात होती है लेकिन किसी वजह से अगर यह ख्वाहिश अधूरी रह जाए तो दिल और उम्मीद दोनों टूट जाती हैं। खासतौर से जब बार बार प्रेगनेंट होने के बाद किसी वजह से मिसकैरेज यानि गर्भपात हो जाता है तो महिलाओं को न केवल शारीरिक नुकसान होता है बल्कि मानसिक और भावनात्मक रूप से भी गहरी चोट लगती है। भावनात्मक रूप से यह सदमा कई बार इतना गहरा होता है कि महिलाएं डिप्रेशन का शिकार हो जाती है और इससे बाहर निकल पाना बहुत मुश्किल होता है। बार बार गर्भपात होना आपकी खुशियों का अंत नहीं है इसलिए घबराएं नहीं बल्कि धैर्य रखें। आयुर्वेदिक इलाज से हॉर्मोन्स को संतुलित करके और शरीर के अंदर मौजूद विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालकर आपकी इस समस्या को जड़ से समाप्त किया जा सकता है।

गर्भपात के कारण (Miscarage Reason Causes)

हालांकि इसके लिए आपको पहले ये समझना होगा कि मिसकैरेज के कारण क्या हैं। मिसकैरेज होने के अलग-अलग महिलाओं में अलग कारण हो सकते हैं इसलिए किसी भी नतीजे तक पहुंचने से पहले अच्छी तरह जांच करवाना बहुत जरूरी है।

ब्लड और हॉर्मोन टेस्ट कराएं | Miscarriage

यह टेस्ट जरुरी है क्योंकि कई बार गर्भपात असंतुलित इंसुलिन लेवल, प्रोजेस्टेरोन या थायरॉइड के कारण भी हो सकता है। थायरॉइड या डायबिटीज़ होने पर नियमित जांच कराना बहुत जरुरी है क्योंकि इससे मिसकैरेज का खतरा काफी बढ़ जाता है। हेल्थी प्रेगनेंसी के लिए आपके गर्भाशय का स्वस्थ होना बहुत जरुरी है अगर उसमे किसी प्रकार का इन्फेक्शन, फाइब्रॉइड या पोलिप्स है तो उससे भी बार बार गर्भपात हो सकता है। इसलिए समय समय पर अल्ट्रासाउंड कराते रहें।

घर पर गर्भपात: सुरक्षा, जोखिम और जानने योग्य बातें

आनुवांशिक कारण भी हो सकते हैं जिम्मेदार | Miscarriage

कई बार गर्भपात का कारण अनुवांशिक भी होता है इसलिए जरुरी है कि आप इसका भी टेस्ट करा लें। आयुर्वेद के अनुसार, गर्भाशय की कमजोरी की वजह से भी बार-बार गर्भपात हो सकता है इसलिए संतुलन बनाए रखना बहुत जरुरी है। आयुर्वेदिक इलाज से आपके गर्भाशय को मजबूत बनाया जा सकता है। जिससे महिला प्रेगनेंट होने के बाद हेल्दी बच्चे को जन्म दे सके।

मिसकैरेज से बचने के लिए क्या खाएं | Miscarriage

इसके लिए संतुलित आहार लेना जरूरी है। भावनात्मक संतुलन, शारीरिक स्वास्थ्य और मानसिक शांति होने पर ही आप हेल्थी प्रेगनेंसी महसूस कर सकते हैं। अपनी डाइट में कैल्शियम, आयरन और फॉलिक एसिड से भरपूर चीजें ज्यादा से ज्यादा शामिल करें। इस दौरान ज्यादा स्ट्रेस न लें और पॉजिटिव सोच रखें। रात को जल्दी सोने की आदत बनाएं और शराब, सिगरेट जैसी नशीली चीजों से एकदम दूर रहें। सही सलाह और इलाज से आप कई बार हो चुके मिसकैरेज के बाद भी एक हेल्दी प्रेगनेंसी पा सकते हैं।

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