KGMU Lucknow में मल्टी स्पेशियलिटी डाक्टर्स ने दीं ‘पेल्विक पेन’ से जुड़ीं जानकारियां

Lucknow KGMU News: किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के निश्चेतना विभाग के पेन मेडिसिन यूनिट द्वारा एक दिवसीय Multi speciality Pelvic pain symposium का आयोजन किया गया। जिसमें पेल्विक पेन के बारे में विस्तृत जानकारी, जागरूकता एवं उपचार के बारे में बताया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन कुलपति प्रो. सोनिया नित्यानन्द एवं ISPC के फाउण्डर मेम्बर डॉ. अनिल अग्रवाल, प्रोफेसर मोनिका कोहली (विभागाध्यक्ष निश्चेतना विभाग) द्वारा किया गया।

पैनल डिस्कशन की थीम Challenges in Pelvic Pain Management थी। जिसके माडरेटर डॉ. मनीष कुमार सिंह थे और पैनल में डॉ. ईसा जफा (एसोसिएट प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष मेडिकल आंकोलाजी), डॉ. देवेन्द्र सिंह (सीनियर पेन फिजीशियन), डॉ. संदीप खूबा (प्रोफेसर निश्चेतना विभाग), डॉ. राखी गुप्ता (प्रोफेसर निश्चेतना विभाग), डॉ. पुनीत प्रकाश (सर्जिकल आंकोलाजी), डॉ. मनोज चौरसिया (नश्चेतना विभाग) मौजूद रहे।

कार्यक्रम की आर्गनाइजिंग कमेटी में डॉ. मोनिका कोहली प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष निश्चेतना विभाग. डॉ. सरिता सिंह (प्रोफेसर एवं पेन यूनिट इंचार्ज), डॉ. अजय कुमार चौधरी (प्रोफेसर निश्चेतना विभाग), डॉ. मनीष सिंह (एडीशनल प्रोफेसर निश्चेतना विभाग) तथा डॉ. अभिषेक कुमार राजपूत (असिस्टेन्ट प्रोफेसर निश्चेतना विभाग) थे।

इस कार्यक्रम में डॉ. आरपी गेडू (मुंबई से) ने असहनीय पेल्विक पेन को कम करने के बारे व्याख्यान दिया, डॉ. निशा सिंह (प्रो. एवं विभागाध्यक्ष गाइनोलाजिकल कैंसर) द्वारा महिलाओं में होने वाले पेल्विक पेन के बारे में जानकारी दी गई एवं डॉ. शालीन कुमार (प्रो. डिपार्टमेंट आप रेडियोथेरेपी एसजीपीजीआई) द्वारा रेडियोथेरेपी इन कैंसर पेल्विक पेन के बारे में व्याख्यान दिया। डॉ. मनोज कुमार यादव (प्रो. यूरोलाजी विभाग) द्वारा पुरूषों में होने वाले पेल्विक पेन के बारे में जानकारी प्रदान की गई। इस अवसर पर केजीएमयू के संकाय सदस्य, एनेस्थीसिया के डाक्टर एवं विद्यार्थियों के साथ-साथ डॉ. अमिता पाण्डेय, डॉ. सुजाता देव, डॉ. अपुल गोयल, डॉ. भूपेन्द्र कुमार, डॉ. अनिल अग्रवाल, डॉ. राजेन्द्र कुमार, डॉ. राजीव गुप्ता भी उपस्थित रहे।

इस कार्यक्रम में लगभग 150 डेलिगेट्स उपस्थित रहे। कुलपति ने कहा कि इस तरह की संगोष्ठी जिसमें मल्टी स्पेशियलिटी के डाक्टर्स मिलकर अपना योगदान करें और इस तरह के आयोजन होते रहने चाहिए जिससे मरीजों के इलाज में सहयोग मिलता है। इस अवसर पर कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा DM Pain Medicine की शुरूआत करने के लिए NMC में पत्र भेजा है।