सिटिंग जॉब वाले लोग सर्वाइकल समेत इन समस्याओं का बन सकते हैं शिकार, ऐसे पाएं छुटकारा

सिटिंग जॉब के कारण अगर आप भी दिन में कई घंटे लगातार सीट पर बैठ कर काम करते हैं तो आप कई समस्याओं के शिकार बन सकते हैं। अगर आप बीच में उठकर चलते-फिरते नहीं हैं तो आप अपनी इस आदत को बदल लीजिए। ज्यादा नहीं तो कम से कम 3 मिनट निकालिए और थोड़ी-बहुत एक्सरसाइज कीजिए। यकीन मानिए इससे आपकी उम्र 10 साल बढ़ जाएगी।
‘ऑफिस बट’ बीमारी आपके शरीर पर सबसे पहले अटैक करेगी। बेशक बहुत से लोगों को इसका नाम पता नहीं होगा। मगर, सीधे तौर पर ये बीमारियों का क्लस्टर है और डेस्क वर्क करने वाले ज्यादातर लोग इसकी गिरफ्त में हैं। और वो ऐसे कि जब आप घंटों कुर्सी पर बैठे रहते हैं तो इससे आपकी ग्लूट मसल्स यानी हिप्स (बटक्स) की मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं, ब्लड सर्कुलेशन बिगड़ता है और पीठ-कमर दर्द और मूवमेंट में कमी आने लगती है।

इन समस्याओं का बन सकते हैं शिकार
इतना ही नहीं, इससे पॉश्चर से जुड़ी कई दूसरी परेशानियां भी शुरू हो जाती हैं। काम के दौरान अचानक लो एनर्जी महसूस होने लगती है तो कई बार गर्दन-कंधों में जकड़न और जॉइंट्स-बोन्स में दर्द महसूस होता है। लंबे वक्त तक लॉन्ग सिटिंग से वजन भी बढ़ने लगता है और वैरीकोज वेन्स, डीप वेन थ्रॉम्बोसिस की समस्या आ जाती है। फिजिकल एक्टिविटी कम होने से डायबिटीज और हार्ट डिजीज का खतरा भी बढ़ जाता है। ऑफिस में पूरी एनर्जी के साथ काम कीजिए लेकिन ‘ऑफिस बट’ वाली बीमारियों के गुच्छे को अपने साथ मत बांधिए।
मसल्स की परेशानी
मस्कुलर डिस्ट्रॉफी
खिंचाव और अकड़न
मसल्स में सूजन
बॉडी इम्बैलेंस
स्ट्रक्चरल इम्बैलेंस कैसे करें दूर?
रोजाना व्यायाम करें।
विटामिन-डी से भरपूर खाना खाएं।
दिन में 4-5 लीटर पानी पिएं।
आंवले का सेवन करें।
कमजोरी दूर करने के लिए
आंवला-एलोवेरा का जूस पिएं।
हरी सब्जियां खाएं।
टमाटर का सूप पिएं।
अंजीर-मुनक्का भिगोकर खाएं।
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बॉडी इम्बैलेंस से प्रॉब्लम का सॉल्यूशन
पैदल चलें।
रोज दूध पिएं।
ताजा फल खाएं।
हरी सब्जियां खाएं।
मोटापा घटाएं।
वर्कआउट करें।
जंक फूड से परहेज करें।