Pulses Benefits: दाल खाना क्यों है जरूरी? शरीर को नहीं होती है कोई मजबूरी

Importance of Pulse in Meal: भारतीय रसोई में दाल का स्थान किसी और व्यंजन से कहीं ऊपर है। यह सिर्फ एक पकवान नहीं, बल्कि हमारे खान-पान की पहचान और रोजमर्रा की जरूरत है। दालें, जो अपनी सादगी और बहुमुखी प्रतिभा के लिए जानी जाती हैं, न केवल स्वादिष्ट और किफायती हैं, बल्कि पोषण का एक सच्चा खजाना भी हैं। यह सस्ता और बेहतरीन खाद्य पदार्थ है, जो भारत के हर घर की रसोई में आसानी से उपलब्ध होता है।
दाल प्रोटीन का एक अविश्वसनीय रूप से समृद्ध शाकाहारी स्रोत है, जो मांसपेशियों के निर्माण और मरम्मत में अहम भूमिका निभाता है। प्रोटीन के अलावा, दालें फाइबर, विभिन्न विटामिन्स और आवश्यक खनिजों (जैसे आयरन, फोलेट, मैग्नीशियम) से भरपूर होती हैं। आइए जानते हैं कि आखिर क्यों दाल आपको रोज डाइट में शामिल करना चाहिए।
प्रोटीन से भरपूर | Importance of Pulse in Meal
दाल प्रोटीन का उत्कृष्ट स्रोत है, जो मांसपेशियों, ऊतकों और हार्मोन्स के निर्माण के लिए जरूरी है। विशेष रूप से शाकाहारी लोगों के लिए, दाल प्रोटीन की कमी को पूरा करती है। प्रोटीन ऊर्जा बनाए रखता है और भूख को नियंत्रित करता है।
फाइबर से भरपूर| Importance of Pulse in Meal
दाल में घुलनशील और अघुलनशील दोनों प्रकार के फाइबर होते हैं, जो पाचन तंत्र को स्वस्थ रखते हैं। फाइबर कब्ज को रोकता है, कोलेस्ट्रॉल को कम करता है और रक्त शर्करा को नियंत्रित करता है। यह वजन प्रबंधन में भी मदद करता है, क्योंकि यह लंबे समय तक तृप्ति का एहसास देता है। एक कटोरी अरहर दाल में लगभग 8-10 ग्राम फाइबर होता है।

कम वसा | Importance of Pulse in Meal
दाल में वसा की मात्रा बहुत कम होती है, जो इसे हृदय स्वास्थ्य के लिए आदर्श बनाता है। यह बिना अतिरिक्त कैलोरी के पोषण प्रदान करती है, जिससे वजन नियंत्रण में मदद मिलती है। दाल को कम तेल में पकाने से यह और स्वास्थ्यवर्धक बनती है। यह उन लोगों के लिए भी उपयुक्त है जो कम वसा वाली डाइट फॉलो करते हैं।
पाचन स्वास्थ्य | Importance of Pulse in Meal
दाल पाचन तंत्र को बेहतर बनाती है, क्योंकि यह हल्की और पचने में आसान होती है। इसमें मौजूद फाइबर और प्रोबायोटिक गुण आंतों के बैक्टीरिया को संतुलित करते हैं। मूंग दाल, जो विशेष रूप से हल्की होती है, पाचन समस्याओं वाले लोगों के लिए आदर्श है।

सबसे ज्यादा प्रोटीन वाली दाल | Importance of Pulse in Meal
वैसे तो सभी दालों में प्रोटीन होता है, लेकिन अरहर दाल (तूर दाल) और काली उड़द दाल सबसे ज्यादा प्रोटीन प्रदान करती हैं। 100 ग्राम पकी हुई अरहर दाल में लगभग 22-25 ग्राम प्रोटीन और काली उड़द दाल में 24 ग्राम प्रोटीन होता है। यही वजह है कि विशेषज्ञ सभी लोगों को रोज दाल खाने की सलाह देते हैं विशेषतौर पर शाकाहारी लोगों के लिए पोषण की कमी को पूरा करने में मदद करती है।