मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने दिखाई हरी झंडी
लखनऊ: जनपद में पुरुष नसबंदी पखवाड़ा का आयोजन हो रहा है. इसी क्रम ने बुधवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एनब सिंह ने अपने कार्यालय से जागरूकता वाहन “सारथी वाहन” को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इस मौके पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि यह सारथी वाहन रोस्टर के अनुसार सभी ग्रामीण और शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों (सीएचसी)के क्षेत्र में चलेंगे. इनको चलाने का उद्देश्य समुदाय को पुरुष नसबंदी सहित परिवार नियोजन के अन्य साधनों के बारे जागरूक करना है.
उन्होंने कहा कि अन्य उत्तरदायित्वों के साथ परिवार नियोजन का जिम्मा भी महिलाओं ने ही ले रखा है जबकि महिला नसबंदी की अपेक्षा पुरुष नसबंदी ज्यादा सरल और आसान है. सारथी वाहन पर परिवार नियोजन साधनों की जानकारी चस्पा है. जहाँ यह वाहन लोगों को परिवार नियोजन के साधनों के बारे में बताएँगे वहीं इच्छुक लोगों को 27 नवम्बर से चार दिसम्बर तक नियत सेवा दिवस के माध्यम से नसबंदी की सेवा दी जाएगी. मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि नियोजित परिवार से न केवल महिला एवं बच्चे का स्वास्थ्य बेहतर होता है बल्कि परिवार पर आर्थिक रूप से बोझ भी कम पड़ता है और सदस्यों का रहन सहन व स्वास्थ्य देखभाल बेहतर होती है.
लाभार्थी पर परिवार नियोजन के साधनों के चुनाव को लेकर किसी तरह का दबाव नहीं है. सरकार ने बास्केट ऑफ च्वाइस की व्यवस्था की है. परिवार नियोजन के कई प्रकार के अस्थाई और स्थाई साधन इसमें मौजूद हैं. लाभार्थी अपनी इच्छानुसार इनका चुनाव कर सकते हैं.