Unhealthy Habits: 50-55 की आयु को बुढ़ापे की तरफ बढ़ने वाला माना जाता है। पर क्या आप जानते हैं कि कुछ आदतें आपको समय से पहले ही बुढ़ापा का शिकार बना सकती हैं? जी हां, ये सच है कि हमारी दिनचर्या की कुछ गड़बड़ आदतें और खान-पान में गड़बड़ी का भी त्वचा और लुक पर नकारात्मक असर हो सकता है। इतना ही नहीं आप 40 की उम्र में न सिर्फ 50-60 वालों की तरह दिखने लगते हैं, साथ ही शरीर और मस्तिष्क पर इसका असर हो सकता है। किन आदतों के कारण आप समय से पहले बूढ़े हो सकते हैं इसको लेकर विशेषज्ञों ने अध्ययनों का विश्लेषण किया। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने दिनचर्या की जिन आदतों को सबसे बड़ा कारण माना है उनमें लंबे समय तक बैठे रहने की आदत को प्रमुख पाया गया है। लगातार छह से आठ घंटे बैठे रहने की आदत के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर होने वाले दुष्प्रभावों को लेकर पहले भी अलर्ट किया जाता रहा था। विशेषज्ञों ने कहा, ये आदत आपको समय से पहले बूढ़ा भी बना रही है।
गतिहीन जीवनशैली सबसे ज्यादा खतरनाक | Unhealthy Habits
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने निष्कर्ष में पाया है कि गतिहीन जीवनशैली सभी उम्र के लोगों की सेहत के लिए खतरनाक है। लंबे समय तक बैठे रहने से इसका जोखिम और भी अधिक हो सकता है। ऑफिस जाने वाले लोगों में ये समस्या ज्यादा देखी जाती रही है। दिन के दौरान आप जितना अधिक बैठे रहते हैं, स्वस्थ जीवन के लिए ये उतना ही खतरनाक प्रवृत्ति है। गतिहीन जीवनशैली के कारण वजन बढ़ने, टाइप-2 डायबिटीज और हृदय रोग विकसित होने का खतरा तो रहता ही है साथ ही इसके कारण आप समय से पहले बुढ़ापे का भी शिकार हो सकते हैं।
वेबएमडी में प्रकाशित एक रिपोर्ट में स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने बताया कि लंबे समय तक बैठे रहने की आदत के कई दुष्प्रभाव हो सकते हैं। जो लोग दिन के अधिकतर समय बैठे रहते हैं उनका दिमाग बिल्कुल डिमेंशिया से पीड़ित व्यक्ति जैसा होने लग जाता है। ज्यादा देर से बैठने से हृदय रोग, मधुमेह, स्ट्रोक, उच्च रक्तचाप और उच्च कोलेस्ट्रॉल का जोखिम भी बढ़ जाता है, जो शरीर को उसी तरह से परिवर्तित कर देती हैं जैसे बुढ़ापे में होता है। दिनभर चलते-फिरते रहने वाले लोगों की तुलना में अधिकतर समय बैठकर बिताने या गतिहीन जीवनशैली वालों में इस तरह के गंभीर दुष्प्रभाव अधिक देखे जाते रहे हैं।
हृदय रोगों का बढ़ जाता है खतरा | Unhealthy Habits
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने पाया कि लंबे समय तक बैठे रहने की आदत आपमें समय से पहले हृदय रोगों को बढ़ाने वाली भी हो सकती है। अध्ययन में पाया गया कि जो पुरुष सप्ताह में 23 घंटे से अधिक बैठे रहते हैं उनमें हृदय रोगों के विकसित होने और इससे मृत्यु का जोखिम अन्य लोगों की तुलना में 64 प्रतिशत अधिक हो सकता है। ये दिल का दौरा या स्ट्रोक होने के खतरे को 147 प्रतिशत तक बढ़ाने वाली समस्या हो सकती है। हृदय रोगों की स्थिति में शरीर कमजोर होने लगता है और इसके दुष्प्रभाव आपमें समय पूर्व बुजुर्ग होने के लक्षण प्रकट कर सकते हैं।
समय से पहले मृत्यु का जोखिम | Unhealthy Habits
लंबे समय तक या अक्सर बैठे रहने के कारण शारीरिक और मानसिक दुष्प्रभाव या समय से पहले बुढ़ापे का जोखिम तो रहता ही है साथ ही ये समय से पहले मृत्यु के खतरे को भी बढ़ाने वाली हो सकती है। इसको समझने के लिए शोधकर्ताओं ने बैठने के समय और गतिविधि के स्तर वाले 13 अध्ययनों का विश्लेषण किया। इसमें पाया गया कि जो लोग बिना किसी शारीरिक गतिविधि के दिन में आठ घंटे से अधिक समय तक बैठे रहते हैं, उनमें मोटापा और समय से पहले मृत्यु का कारण बनने वाली बीमारियों का जोखिम अधिक हो सकता है।