पिछले साल अगस्त की एक खबर है, जब एक महिला की ज्यादा पानी पी लेने से मौत हो गई। शरीर को स्वस्थ रखने के लिए हम लगातार पानी पीने की बात कहते हैं। फिर पानी पीने से किसी की मौत कैसे हो सकती है? विशेषज्ञ बताते हैं कि हमें हमेशा अपने शरीर के जरूरत के हिसाब से ही पानी पीना चाहिए। कम या ज्यादा पानी दोनों स्वास्थ्य के लिए जोखिम बढ़ा सकता है। जानते हैं अधिक पानी पीने से क्या हो सकता है?
कितना घातक है अत्यधिक पानी पीना
बहुत अधिक पानी पीना मुश्किल है। आमतौर पर बहुत अधिक खेलने या इंटेंस ट्रेनिंग के दौरान अत्यधिक पानी पीने के कारण ऐसा हो सकता है। इसे वाटर इंटॉक्सिकेशन कहा जा सकता है। इसके कारण कंफ्यूजन, सिर दर्द मतली और उल्टी हो सकते हैं। दुर्लभ मामलों में वाटर इंटॉक्सिकेशन मस्तिष्क में सूजन पैदा कर सकता है। तब यह घातक भी हो सकता है।
Water Intoxication क्या है?
वाटर इंटॉक्सिकेशन या पानी विषाक्तता बहुत अधिक पानी पीने के कारण ब्रेन फंक्शन में बाधा डालना है। ऐसा करने से खून में पानी की मात्रा बढ़ जाती है। यह ब्लड में इलेक्ट्रोलाइट्स, विशेषकर सोडियम को पतला कर सकता है। यदि सोडियम का लेवल 135 मिलीमोल प्रति लीटर (एमएमओएल/एल) से नीचे चला जाता है, तो डॉक्टर इस समस्या को हाइपोनेट्रेमिया कहते हैं।
इलेक्ट्रोलाइट संतुलन बिगड़ सकता है
शरीर को सही ढंग से काम करने के लिए पानी की आवश्यकता होती है। बहुत अधिक तेजी से पानी पीने या ज्यादा पानी पी लेने से स्वास्थ्य पर गंभीर परिणाम हो सकते हैं। किडनी प्रति घंटे केवल 0.8 से 1.0 लीटर पानी शरीर से बाहर निकाल सकते हैं। बहुत अधिक पानी का सेवन शरीर के इलेक्ट्रोलाइट संतुलन को बिगाड़ सकता है।
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जीवन के लिए खतरा
सोडियम कोशिकाओं के अंदर और बाहर तरल पदार्थों का संतुलन बनाए रखने में मदद करता है। अत्यधिक पानी के सेवन के कारण सोडियम का स्तर गिर जाता है। इससे तरल पदार्थ बाहर से कोशिकाओं के अंदर की ओर चले जाते हैं। इससे उनमें सूजन आ जाती है। जब मस्तिष्क कोशिकाओं के साथ ऐसा होता है, तो यह खतरनाक और यहां तक कि जीवन के लिए खतरा हो सकता है।
मांसपेशियों में कमजोरी
वाटर इंटॉक्सिकेशन के कारण सुस्ती, मांसपेशियों में कमजोरी या ऐंठन, हाई ब्लड प्रेशर, डबल विजन, सांस लेने में दिक्क्त भी हो सकती है। मस्तिष्क में तरल पदार्थ के जमा होने को सेरेब्रल एडिमा कहा जाता है। यह मस्तिष्क तंत्र को प्रभावित कर सकता है। यह केंद्रीय तंत्रिका तंत्र की शिथिलता का कारण बन सकता है। गंभीर मामलों में यह दौरे, मस्तिष्क क्षति, कोमा और यहां तक कि मृत्यु का कारण बन सकता है।
पानी पीते समय किन बातों का रखें ख्याल
बहुत अधिक व्यस्त शेड्यूल या वर्क लोड अधिक होने, लंबी दूरी तक दौड़ने, कठिन वर्क आउट करने पर प्यास अधिक लग सकती है। इसके कारण पानी अधिक पी लिया जाता है इसलिए कुछ बातों को ध्यान में रखना जरूरी है।