स्वास्थ्य और बीमारियां

क्या होता है Sleepmaxxing? आपको रात में दिला सकती है अच्‍छी नींद; जानें इसके बारे में सबकुछ

क्या अभी उन लोगों में से हैं, जो नींद ना आने की वजह से परेशान रहते हैं। आप रात में सात-आठ घंटे सोने के बाद भी जब सुबह उठते हैं तो थकावट महसूस करते हैं और पूरे दिन एनर्जी को लो रहती है। अगर आपका जवाब हां है तो आपको Sleepmaxxing ट्राई करना चाहिए। दरअसल, स्‍लीपमैक्सिंग एक नया ट्रेंड है, जिसमें लोग अपनी नींद की क्वालिटी और पैटर्न को बेहतर बनाने पर काम करते हैं, जिससे उनका मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य बेहतर हो सके।

क्या होता है स्लीपमैक्सिंग? (What is Sleepmaxxing)

Sleepmaxxing दो शब्दों से मिलकर बना है- (Sleep) यानी कि नींद और (Maxing) मतलब अधिक करना। हालांकि, Sleepmaxxing ज्‍यादा सोने के बारे में नहीं है, बल्कि यह सुनिश्चित करने के बारे में है कि आपकी नींद गहरी, आरामदायक और बॉडी को रिलैक्स करने के लिए ली जाए। स्लीप मैक्सिंग में सिर्फ 8 घंटे के सोने की कोशिश नहीं की जाती, बल्कि ऐसी प्रोसेस अपनाई जाती है, जिससे 8 घंटे आपको गहरी नींद मिल सकें।

Sleepmaxxing के लिए एक अंधेरे और शांत कमरे की जरूरत होती है, जिसका तापमान 18 से 22 डिग्री सेल्सियस के बीच में होता है। इसमें एक आप आरामदायक गद्दा और तकिया लेते हैं और सबसे जरूरी बात की इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स जैसे कि मोबाइल, टीवी, लैपटॉप इनसे दूरी बनाकर रखते हैं। इसमें हर दिन एक निश्चित टाइम पर सोना और उठना शामिल होता है, यहां तक कि छुट्टियों के दिन में भी आपको यही पैटर्न फॉलो करना होता है।

Sleepmaxxing करने से पहले ध्यान रखें ये बातें

अगर आप स्लीपमैक्सिंग पैटर्न अपना कर अपनी नींद की क्वालिटी को बेहतर करना चाहते हैं तो स्क्रीन टाइम को कम करना होगा। सोने से पहले कैफीन और अल्कोहल के सेवन से बचना होगा, रिलैक्सिंग एक्टिविटी जैसे पढ़ने या ध्यान केंद्रित करना या लाइट म्यूजिक सुना जैसी चीज आप कर सकते हैं।

इसके अलावा तनाव और चिंता से दूर रहना होगा, इसके लिए आप योग और मेडिटेशन का सहारा ले सकते हैं। साथ ही साथ सही खान-पान, पर्याप्त मात्रा में पानी पीना, भारी और मसालेदार खाना रात में खाने से बचाना जैसी चीजें शामिल होती हैं।

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