हर साल 30 मई को दुनिया भर में ‘विश्व मल्टीपल स्क्लेरोसिस डे’ मनाया जा रहा है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य है लोगों को इस गंभीर रोग के प्रति जागरूक करना। मल्टीपल स्केलेरोसिस एक ऑटो इम्यून बीमारी है, जिसमें शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली गलती से केंद्रीय तंत्रिका तंत्र (सेंट्रल नर्वस सिस्टम) की स्वस्थ कोशिकाओं पर हमला करने लगती है। इसके कारण मस्तिष्क, रीढ़ की हड्डी और ऑप्टिक नसों को काफी नुकसान पहुंचता है। इसके कारण व्यक्ति के हाथ-पैर और शरीर कांपने लगते हैं, जिसके कारण चलने-फिरने में परेशानी होती है।
इस बीमारी में इम्यून सिस्टम मस्तिष्क और नर्वस सिस्टम पर नकारात्मक असर डालता है, जिसके कारण व्यक्ति को याददाश्त चले जाना और ध्यान केंद्रित करने में परेशानी जैसी चुनौतियां का सामना करना पड़ सकता है। मल्टीपल स्केलेरोसिस का कोई स्थायी इलाज नहीं है लेकिन सही आहार और जीवनशैली में बदलाव से इसके लक्षणों को नियंत्रित किया जा सकता है। डाइट्रीफिट की डायटीशियन अबर्ना माथी वानन के मुताबिक, कुछ खाद्य पदार्थों को डाइट में शामिल करके मल्टीपल स्केलेरोसिस के प्रभाव को कम किया जा सकता है। आइए, जानते हैं मल्टीपल स्क्लेरोसिस में क्या खाना चाहिए और किन चीजों से परहेज करना चाहिए –
मल्टीपल स्केलेरोसिस में क्या खाना चाहिए?
डायटीशियन अबर्ना माथीवनन के अनुसार, मल्टीपल स्केलेरोसिस के मरीजों को अपने खानपान का खास ख्याल रखना चाहिए। यदि मल्टीपल स्केलेरोसिस के मरीज की डाइट में कुछ फूड्स को शामिल किया जाए, तो इसके लक्षणों को कम किया जा सकता है। आइए जानते हैं –
ओमेगा-3 फैटी एसिड
यह सूजन को कम करने में मदद करता है। इसके लिए आप अलसी के बीज, अखरोट, चिया सीड्स और साल्मन मछली का सेवन कर सकते हैं।
फल और सब्जियां
ताजे फल और सब्जियों से आवश्यक विटामिन, मिनरल और एंटीऑक्सीडेंट मिलते हैं, जो प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाते हैं। जिन लोगों को मल्टीपल स्केलेरोसिस है, उन्हें हरी पत्तेदार सब्जियां, ब्रोकली, पालक, पत्तागोभी, बेरीज, संतरे और पपीता आदि का सेवन करना चाहिए।
साबुत अनाज
गेंहू, ओट्स, ब्राउन राइस, क्विनोआ जैसे साबुत अनाज फाइबर से भरपूर होते हैं। फाइबर का सेवन करने से पाचन तंत्र दुरुस्त रहता है और ब्लड शुगर भी कंट्रोल रहता है।
विटामिन डी
मल्टीपल स्केलेरोसिस से पीड़ित लोगों में अक्सर विटामिन डी की कमी देखी जाती है। इसकी कमी को पूरा करने के लिए कुछ देर धूप में समय बिताएं। विटामिन डी से युक्त खाद्य पदार्थ और सप्लीमेंट्स का सेवन मददगार हो सकता है।
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प्रोटीन
मल्टीपल स्केलेरोसिस के मरीजों को अपनी डाइट में प्रोटीन से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए। इसके लिए आप दालें, बीन्स, सोया, पनीर, अंडा, लीन मांस और मछली का सेवन कर सकते हैं।
मल्टीपल स्केलेरोसिस में क्या नहीं खाना चाहिए?
कुछ खाद्य पदार्थ और पेय मल्टीपल स्केलेरोसिस के लक्षणों को बढ़ा सकते हैं। आपको इनका सेवन करने से बचना चाहिए। जैसे –
सैचुरेटेड फैट और ट्रांस फैट
तली हुई चीजें, प्रोसेस्ड स्नैक्स और फास्ट फूड सूजन को बढ़ा सकते हैं इसलिए इनका सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए।
चीनी और मीठे पेय
मल्टीपल स्क्लेरोसिस के मरीजों को अधिक मीठी चीजों का सेवन करने से परहेज करना है। इससे ब्लड ग्लूकोज में संतुलन बिगड़ जाता है।
सोडियम
मल्टीपल स्क्लेरोसिस के दौरान अधिक नमक का सेवन करने से बचना चाहिए। इससे रक्तचाप बढ़ सकता है, जिससे हृदय का स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है। प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों और पैक्ड फूड्स में नमक की मात्रा अधिक होती है इसलिए इनका सेवन करने से बचना चाहिए।
कैफीन
मल्टीपल स्क्लेरोसिस के मरीजों को कैफीन युक्त चीजें जैसे चाय, कॉफी का अत्यधिक सेवन नहीं करना चाहिए। इससे थकान और नींद की समस्या बढ़ सकती है।
एल्कोहल
शराब का अधिक सेवन तंत्रिका तंत्र को प्रभावित कर सकता है और मल्टीपल स्क्लेरोसिस के लक्षणों को बढ़ा सकता है। इसलिए शराब का सेवन पूरी तरह बंद कर दें।