Multi Organ Failure: आपने मल्टी ऑर्गन फेल्युर का नाम सुना ही होगा? इसमें शरीर के दो या दो से ज़्यादा अंग काम करना बंद कर देते हैं. ये बड़ा ही डेंजरस होता है. अगर आदमी को टाइम पर इलाज न मिले, तो जान जाना तय है. स्वास्थ्य विशेषज्ञ बताते हैं कि मल्टी ऑर्गन फ़ेलियर किसी मामूली से दिखने वाले इंफेक्शन की वजह से भी हो सकता है. ऐसे में इसके बारे में जानना ज़रूरी है.
डेंगू है सबसे बड़ा उदाहरण | Multi Organ Failure
मल्टी ऑर्गन फ़ेलियर यानी जब शरीर के बहुत सारे अंग काम करना कम कर दें. आमतौर पर इस तरह की स्थिति बहुत गंभीर होती है. जैसे इन दिनों डेंगू के कई मामले (dengue cases) सामने आ रहे हैं. डेंगू होने पर शरीर में टॉक्सिंस (हानिकारक पदार्थ) रिलीज़ होने लगते हैं. इस वजह से बहुत सारे अंग ठीक से काम नहीं कर पाते. ऐसा होने पर सबसे पहले ब्लड प्रेशर कम होता है. फेफड़ों में खराबी आने लगती है जिससे मरीज़ सांस नहीं ले पाता है. लंग फेल्युर होना शुरू हो जाता है.

किडनी में खून का फ्लो कम हो जाता है. इस वजह से किडनी ठीक से काम नहीं कर पाती. फिर यूरिन नहीं बनता तो किडनी फेल्युर होने लगता है. लिवर में खून का फ्लो कम होने से लिवर काम नहीं कर पाता. फिर लिवर फ़ेलियर या पीलिया (Jaundice) होने लगता है. इसी तरह, जब दिमाग में खून का फ्लो नहीं होता तो वो भी काम नहीं कर पाता है. मरीज़ बेहोशी में जाने लगता है. इस तरह से, जब शरीर के 4-5 अंग फेल होने लगते हैं, तो उसे मल्टी ऑर्गन फ़ेलियर कहा जाता है.
मरीज़ को पड़ती है लाइफ सपोर्ट की ज़रूरत | Multi Organ Failure
मल्टी ऑर्गन फ़ेलियर होने पर मरीज़ को लाइफ सपोर्ट की ज़रूरत पड़ती है. जैसे मरीज़ को सांस देने के लिए वेंटिलेटर पर रखा जाता है. उसे ब्लड प्रेशर से जुड़ी दवाएं दी जाती हैं ताकि बीपी मेंटेन रहे. किडनी के ठीक से काम करने के लिए डायलिसिस किया जाता है. फिर जैसे ही इंफेक्शन ठीक होने लगता है और टॉक्सिंस का असर कम होने लगता है. वैसे ही शरीर में सुधार आना शुरू हो जाता है. मरीज़ का ब्लड प्रेशर बेहतर हो जाता है. लिवर ठीक से काम करने लगता है. किडनी में सुधार होने लगता है. फेफड़े ठीक से काम करने लगते हैं.

इसके बाद मरीज़ को लाइफ सपोर्ट की ज़रूरत नहीं पड़ती और धीरे-धीरे करके उसका लाइफ सपोर्ट हटा दिया जाता है. लेकिन, कई बार इसी गंभीर स्थिति में बहुत सारे मरीज़ नहीं बच पाते हैं. लिहाज़ा मल्टी ऑर्गन फ़ेलियर से बचाव के लिए हमें इंफेक्शन से बचना होगा. इन दिनों डेंगू और मलेरिया सबसे ज़्यादा फैल रहे हैं. अगर हम मच्छरों से बचाव करेंगे और अपने आसपास सफाई रखेंगे तो इंफेक्शन से बचे रहेंगे.