सिर का तेजी से घूमना या चक्कर आना कोई मामूली बात नहीं है, साधारण बोलचाल में कुछ लोग इसे सिर घूमना भी कहते हैं। चक्कर आने के पीछे आपकी कुछ हेल्थ प्रॉब्लम्स और खान-पान भी जिम्मेदार होते हैं।
इस स्थिति में कुछ ऐसी चीजें व्यक्ति के साथ घटित होती हैं जिसे वो आसानी से बयां नहीं कर पाता। जैसे शिथिलता, संतुलन खोना, असमानता, जब वह स्थाई हो तो चीजों को ठीक से नहीं देख पाना और कई बार तो चलने व खड़े होने में भी परेशानी होती है। कभी-कभी किसी व्यक्ति को इतना ज्यादा सिर दर्द होने लगता है कि उसका सेल्फ ट्रीटमेंट भी कोई काम नहीं आता और ऐसी स्थिति में आपको समझ लेना चाहिए कि ये दर्द किसी बीमारी का संकेत दे रहा है। ये छोटी-सी समस्या स्ट्रोक जैसी गंभीर बीमारी भी हो सकती है। तो चलिए जानते हैं चक्कर आने के कारण, लक्षण और इसकी रोकथाम के उपाय।
आरोग्य इंडिया के साथ एक्सपर्ट के रूप में मौजूद हैं डॉ श्री राम गुप्ता। बता दें कि डॉ श्री राम गुप्ता पिछले कई सालों से न्यूरो सर्जन के रूप में मरीजों को उनकी समस्याओं से निजात दिलाते आये हैं। उन्हीं से जानते हैं कि आखिर बार-बार चक्कर आना क्या संकेत देता है? इसके पीछे की असल वजह क्या है और इसे कैसे ठीक किया जा सकता है?
डॉ श्री राम गुप्ता बताते हैं कि गर्मी में चक्कर आना डिहाइड्रेशन के कारण होता है क्योंकि गर्मियों में शरीर में पानी की कमी हो जाती है। कुछ लोगों का बीपी लो हो जाता है जिससे उनको चक्कर आने लगते हैं। लेकिन यह जान लेना जरूरी है कि चक्कर आने के दूसरे कारण भी हो सकते हैं। जैसे कान की समस्या होने पर कान के कुछ पार्टिकल्स हिल जाते हैं जिससे चक्कर आने लगते हैं। अगर कभी कोई चीज कान से होते दिमाग में चली जाये तो भी चक्कर आने लगते हैं। कान के दो काम होते हैं, एक काम होता है सुनना और दूसरा है बॉडी को बैलेंस करना।
ऐसे में अगर कान में कोई खराबी है तो सुनने में परेशानी हो सकती है और चक्कर भी आ सकता है। दूसरा ब्रेन के भी कुछ ऑर्गन्स हैं जो हमारी बॉडी को बैलेंस करने का काम करते हैं। उसमें भी किसी तरह की गड़बड़ी होने पर आपको चक्कर आ सकते हैं। अगर आपको लगातार चक्कर आ रहे हैं तो नाक/कान के डॉक्टर को दिखायें। अगर उससे भी रिलीफ न हो किसी न्यूरो डॉक्टर को दिखायें।
क्या बार-बार चक्कर आना सर्विकल के भी लक्षण हैं, डॉक्टर के पास पहुंचने का सही समय क्या है?
जब गर्दन की नसों पर सुपीरियर कंप्रेशर का बहुत ज्यादा दबाव होता है तो चक्कर आने की संभावनायें बढ़ जाती हैं। डॉक्टर के पास जाने का सही समय है कि अगर मरीज को लगातार चक्कर आ रहे हैं और डेली लाइफ टू लाइफ डेली लाइफ की एक्टिविटी हो रही है तो डॉक्टर से संपर्क करें। अगर कान की खराबी से किसी का कान बह रहा है तो ट्रीटमेंट से ठीक हो जायेगा। अगर ब्रेन में कोई समस्या है तो वह भी ट्रीटमेंट से ठीक हो जायेगा।
चक्कर आने की अन्य वजह क्या हैं?
चक्कर आने की वजह हैं –
- हीट एग्जॉक्शन
- खून की कमी
- असमान्य धड़कन
- मल्टीपल स्क्लेरोसिस
- इंफेक्शन
- एंग्जायटी डिसऑर्डर
- बेनाइन पोजीशनल वर्टिगो
- कान में पानी भरना आदि।