अगर आप पहली बार मां बन रही हैं तो आपके लिए यह जानना और भी ज्यादा जरूरी हो जाता है कि हेल्दी प्रेगनेंसी के लिए आपको किन बातों का ध्यान रखना चाहिए। आज हम आपको यही बताने जा रहे हैं और इस जानकारी को मुहैया कराने के लिए हमने चुना है लखनऊ की प्रसिद्ध स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ सोनिया को। आज हम आपको गर्भावस्था को हेल्दी बनाए रखने और नौ महीनों के दौरान शिशु के स्वास्थ्य विकास के लिए जरूरी टिप्स मुहैया कराएंगे।
गर्भवती महिलाओं को कौन-सी पोजीशन में सोना चाहिए?
डॉ सोनिया प्रसाद बताती हैं कि गर्भवती महिलाओं को दाहिने हाथ की करवट लेकर लेटना या सोना चाहिए। इससे बच्चे में ब्लड सप्लाई ठीक से होती है और मां के लिए भी ये पोजीशन सोने में आरामदायक होती है। साथ ही बच्चे के मूवमेंट भी ठीक से होते हैं।
गर्भवती महिलाओं को क्यों खाली पेट नहीं रहना चाहिए?
गर्भवती महिलाओं को खाली पेट नहीं रहना चाहिए क्योंकि गर्भावस्था के दौरान अगर आप खाना नहीं खाती हैं तो इसका असर बच्चे पर पड़ता है। उनको मील को दिन भर में तीन बार लेना चाहिए। जैसे आप सुबह उठकर चाय बिस्किट ले सकती हैं। फिर 11 बजे के आसपास ड्राई फ्रूट्स लें और 1 बजे प्रॉपर लंच कर लें। फिर 4 बजे चाय और स्नैक्स लें और 8 बजे खाना खा लें। अगर रात में 11 बजे तक भूख लें तो दूध ले सकती हैं।
कौन-सी एक्सरसाइज न करें?
गर्भावस्था में डॉक्टर से सलाह लिये बिना एक्सरसाइज न करें। कुछ ऐसी कंडीशन होती हैं जिसमें डॉक्टर बेड रेस्ट की सलाह देते हैं। खासतौर पर हैवी वेटेज वाली एक्सरसाइज न करें। खासतौर पर गर्भवती महिलाओं को माइल्ड वॉक और योगा करने की सलाह देते हैं। वहीं अगर आप नार्मल डिलीवरी चाहती हैं तो महीने के अंत में सलाह दी जाती है।
गर्भवती महिलाओं में क्यों होती है खून की कमी?
इंडिया में फीमेल्स पहले ही एनीमिक होती हैं। प्रेगनेंसी में ब्लड का डायलेशन हो जाता है जिसकी वजह से एनीमिया और ज्यादा बढ़ जाता है। एनीमिया की वजह से चक्कर आना, सांस लेने में दिक्कत होना, कमजोरी होने जैसी समस्याएं दिखाई देती हैं। ब्लड की कमी होने पर बच्चे की ग्रोथ अफेक्ट होती है। साथ ही समय से पहले डिलीवरी होने की स्थिति में खतरा बढ़ सकता है।