गर्भावस्था

क्या पीरियड्स में लीव की जरूरत है? जानें इस पर स्त्री विशेषज्ञ की राय

भारत में महिलाओं को पीरियड्स में लीव मिलनी चाहिए या नहीं, इस बात को लेकर एक बार फिर देशभर में बहस छिड़ गई है। महिलाओं के लिए पीरियड्स के दौरान छुट्टी पर केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने संसद में इस पर जवाब दिया था। उन्होंने ‘पेड मेन्सुरेशन लीव’ के खिलाफ वकालत की है। उनका मानना है कि मासिक धर्म कोई बाधा नहीं है। यह महिलाओं के जीवन का एक स्वाभाविक हिस्सा है। हमें ऐसे मुद्दों का प्रस्ताव नहीं देना चाहिए, जहां महिलाओं को समान अवसरों से वंचित किया जाता है। इसे लेकर कुछ लोगों ने स्मृति ईरानी की बात पर सहमति भी जताई है। जानें इस बारे में डॉक्टर्स क्या कहते हैं –

पीरियड्स में लीव वाली बात पर वेदवती शर्मा कहती हैं, महिलाओं को पेड मेन्सुरेशन लीव की सुविधा देकर उन्हें काम के अवसरों से वंचित किया जाएगा। एक चिकित्सक के तौर पर मुझे नहीं लगता कि महिलाओं को पीरियड्स के दौरान छुट्टी लेने की जरूरत है। मैं एक चिकित्सक हूं, कुछ साल पहले मेरी पोस्टिंग मेरे शहर से 50 किलोमीटर दूर थी, मैं रोजाना बस से जाती थी और मरीजों को देखती थी। ये महिलाओं का नेचुरल प्रोसेस है। हां, यदि जब तक किसी तरह की स्वास्थ्य समस्या नहीं हैं, तब तक पीरियड्स में छुट्टी की जरूरत नहीं हैं।

महिलाएं ऐसे ही सभी जगह अपना परचम नहीं फहरा रहीं

स्त्री रोग विशेषज्ञ इंद्रा गुप्ता कहती हैं कि आज महिलाएं हर क्षेत्र में काम कर रही हैं। सुरक्षा क्षेत्र से लेकर इंजीनियरिंग क्षेत्र तक अपनी पहचान बना रही हैं। दुर्गम से दुर्गम फील्ड वर्क कर रही हैं, खेलों में नाम कमा रही हैं। ऐसे में यह समझा जा सकता है कि पीरियड बिल्कुल नॉर्मल है। जब तक पीरियड में किसी तरह असामान्यता नहीं हो। तब तक इसे बिल्कुल सामान्य समझा जाना चाहिए। वे शारीरिक रूप से बिल्कुल स्वस्थ्य हैं और अन्य दिनों की तरह ही अपना काम कर सकती हैं।

वर्किंग वुमन पीरियड्स में खुद को ऐसे तैयार करें

  • एक्सरसाइज करें
  • अपनी डाइट पर ध्यान दें
  • साफ सफाई का पूरा ध्यान रखें
  • हैवी पीरियड्स की वजह जानें और प्रॉपर मेडिकेशन लें
  • खून की जांच करवाएं, कहीं एनीमिया तो नहीं। इस स्थिति में भी समस्या बढ़ जाती है।
  • पीरियड्स के दौरान कम थकान वाला काम करें, यदि फील्ड वर्क हैं तो उस दिन बाहर की बजाय ऑफिस में ही काम कर लें।
  • पीरियड्स की वजह से दर्द थकान, मूड स्विंग और अन्य शारीरिक दिक्कतें आ रही हैं, तो खुद को प्राथमिकता दें और चिकित्सक से परामर्श लें।

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