Heart Attack के 3 शुरुआती लक्षण, डॉक्टर से जानें दिल का दौरा पड़ने पर तुरंत क्या करें?

आजकल दिल का दौरा (Heart Attack) केवल बुजुर्गों तक सीमित नहीं रहा, बल्कि युवा वर्ग भी तेजी से इसकी चपेट में आ रहा है। इसलिए, दिल के दौरे के शुरुआती लक्षणों को पहचानना और समय पर सही कदम उठाना बेहद जरूरी हो गया है। आज के इस लेख में हम जानेंगे कि दिल का दौरा पड़ने के शुरुआती लक्षण क्या हैं और हार्ट अटैक आने पर तुरंत क्या करना चाहिए?
हार्ट अटैक के 3 मुख्य शुरुआती लक्षण
सीने में दबाव, जकड़न या जलन महसूस होना
जब दिल का दौरा पड़ता है तो सबसे सामान्य लक्षण सीने में असहजता होती है। इसे दबाव, कसाव या जलन के रूप में महसूस किया जा सकता है। यह असहजता कुछ मिनटों तक बनी रह सकती है या बार-बार आ और जा सकती है।

सांस लेने में तकलीफ और घबराहट होना
दिल से संबंधित समस्याओं में सांस फूलने की शिकायत आम है। खासतौर पर एंजाइना के मरीजों में यह लक्षण जल्दी नजर आता है। सांस लेने में दिक्कत के साथ-साथ व्यक्ति को घबराहट, बेचैनी और अजीब सी असहजता भी महसूस हो सकती है।
सीने के दर्द का हाथ, पीठ, कमर या जबड़े तक फैलना
हार्ट अटैक के दौरान दर्द केवल छाती तक सीमित नहीं रहता, बल्कि यह बाएं हाथ, पीठ, गर्दन, जबड़े और यहां तक कि पेट तक भी फैल सकता है। कई बार यह दर्द हल्का शुरू होता है और धीरे-धीरे तेज होता जाता है। कुछ मरीजों में केवल पीठ या जबड़े में दर्द के रूप में भी हार्ट अटैक के संकेत मिल सकते हैं।
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कुछ अन्य सामान्य लक्षण
इसके अलावा कुछ अन्य लक्षण भी देखने को मिल सकते हैं जैसे मतली आना (nausea), उल्टी होना, पेट में गैस बनना, अचानक पसीना आना और भ्रम की स्थिति उत्पन्न होना। कई बार ये लक्षण सीने के दर्द के बिना भी दिखाई दे सकते हैं, खासकर महिलाओं और बुजुर्गों में।
हार्ट अटैक आने पर तुरंत क्या करें?
अगर किसी को ऊपर बताए गए लक्षण महसूस हों तो सबसे पहले घबराएं नहीं। व्यक्ति को तुरंत आरामदायक स्थिति में बैठाएं और जितना जल्दी हो सके आपातकालीन चिकित्सा सहायता जैसे एंबुलेंस को बुलाएं।
अगर मरीज होश में है और एलर्जी नहीं है तो डॉक्टर की सलाह के अनुसार उसे एक एस्पिरिन चबाने के लिए दी जा सकती है, क्योंकि यह रक्त के थक्के को बनने से रोकने में मदद कर सकता है।
याद रखें कि हार्ट अटैक के समय हर मिनट कीमती होता है। जितनी जल्दी इलाज शुरू होता है, मरीज के बचने की संभावना उतनी ही अधिक होती है। इसलिए लक्षणों को नजरअंदाज न करें और तुरंत चिकित्सकीय सहायता प्राप्त करें।