Bipolar Disorder and Honey Singh: अपने करियर में कई सारे हिट गाने देने वाले रॉकस्टार और रैपर हनी सिंह पांच सालों तक बाइपोलर डिसऑर्डर से जूझते रहे. आप सभी को बता दें कि बाइपोलर डिसऑर्डर एक मनोरोग विकार है जो किसी व्यक्ति की ऊर्जा, मनोदशा और कार्य करने की क्षमता को बड़ी ही आसानी से प्रभावित करता है. हाल ही में एक मीडिया वेंचर को इंटरव्यू देते हुए हनी सिंह ने अपनी बीमारी को लेकर खुलकर बातचीत की. इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि बीमारी से ठीक होने में 5 साल लग गए थे.
‘कुछ तो दिक्कत है मेरे दिमाग में. कुछ तो हुआ, जिसे मुझे ठीक करना था’ | Bipolar Disorder and Honey Singh
हनी सिंह ने इंटरव्यू में बताया, उस वक्त मेरी जिंदगी में काफी चीजें एक साथ चल रही थी. मैं शाहरुख खान के साथ टूर पर था. एक एंटरटेनमेंट चैनल के साथ एक प्रोजेक्ट पर भी बात चल रही थी. काम की कमी नहीं थी. अचानक मैं मानसिक लक्षणों से ग्रस्तहो गया. एक दिन तो मैं अचानक गिर पड़ा था. मैंने सोचा कुछ तो दिक्कत है मेरे दिमाग में. कुछ तो हुआ, जिसे मुझे ठीक करना था.’
ड्रग्स और शराब की लगी गई लत | Bipolar Disorder and Honey Singh
हनी सिंह ने बताया कि कुछ निजी कारणों के चलते उनका दिमाग कभी शांत नहीं रहता था। कुछ समय बाद उनकी समस्या इतनी बढ़ गई कि उनका भावनाओं पर कंट्रोल नहीं रहता था। जब बाइपोलर डिसऑर्डर के लक्षण नजर आने लगे थे, तो उस दौरान वह अपने शो ‘रॉकस्टार’ पर काम कर रहे थे। इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि जब उन्हें सभी चीजें अजीब लगने लगीं, तो उन्होंने अपने काम से ब्रेक ले लिया। इस दौरान वह ड्रग्स और शराब के बहुत ज्यादा आदी हो चुके थे। हनी सिंह ने कहा कि “मै शराब पीता और नशे करता था, जिससे मुझे नींद आ सके।” उन्होंने कहा कि उन्हें यह समस्या 2012 के बाद होनी शुरू हुई थी। इस दौरान वह ज्यादातर समय अकेले रहते थे। इसके कारण उन्हें स्लीप डिसऑर्डर की समस्या भी हुई, जिससे वह 2 साल तक ठीक से नहीं सो पाए।
ये तीन लक्षण नज़र आयें तो तुरंत ही विशेषज्ञ के पास पहुंचें | Bipolar Disorder and Honey Singh
बापोलर डिसऑर्डर के तीन प्रमुख लक्षण हैं. जैसे कि नींद की जरूरत कम होना, अचानक से तेज बोलना या फिर ऊंची आवाज में बात करना, मन में विचारों का चलते रहना, शारीरिक गतिविधि का बढ़ना और सबसे आखिरी रिस्की व्यवहार का तेजी से बढ़ना. ये लक्षण जिस व्यक्ति में भी नजर आते हैं, उन्हें डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए. दूसरी ओर, डिप्रेशन के लक्षण कम से कम दो सप्ताह तक बने रहते हैं. डिप्रेशन के दौरान एक व्यक्ति तेजी से दुखी महसूस करने लगता है या फिर वो एकाएक मुस्कुराने लगता है, या फिर उस काम में उसको खुशी नहीं मिलती, पहले जिसे करने में उसे आनंद प्राप्त होता था. जो व्यक्ति डिप्रेशन से जूझ रहा होता है, वो अपने आप को वर्थलेस या फिर गिल्टी फील करता है यानी कि उसके मन में अपराधबोध की भावना हमेशा बनी रहती है.
बाइपोलर डिसऑर्डर के कुछ ख़ास लक्षण भी हैं | Bipolar Disorder and Honey Singh
बाइपोलर डिसऑर्डर की समस्या से ग्रस्त व्यक्ति में अक्सर ये खास लक्षण देखे जा सकते हैं –
- सोने में परेशानी होना और लंबे समय तक नींद न आना
- दिनभर थकावट, कमजोरी और बेचैनी महसूस करना
- किसी काम पर फोकस न कर पाना या उलझने होना।
- मन में अजीबो-गरीब बातें आना
- अक्सर उदास महसूस करना।
- अपनी भावनाओं पर कंट्रोल न रहना
समय पर सही इलाज जरूरी | Bipolar Disorder and Honey Singh
अपनी समस्या को नजरअंदाज करने के बजाय स्वीकार करना और सही इलाज लेना बेहद जरूरी है। अपने डॉक्टर से संपर्क बनाए रखें। समय पर दवा और काउंसलिंग लेते रहें, जिससे आपको समस्या से बाहर आने में मदद मिल सके।