जानवरों में कैसे फैलती है Zoonoses Disease, इन बीमारियों का होता है खतरा?

कई बीमारियां ऐसी होती हैं, जो जानवरों में फैलती हैं और उनसे इंसानों में। ज़ूनोसिस दिवस उन बीमारियों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए समर्पित है, जो जानवरों से मनुष्यों में फैलती हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक, अधिकतर संक्रामक जानवरों से उत्पन्न होते हैं। आज के इस लेख में हम जानेंगे कि कौन सी बीमारियां जानवरों में फैल सकती हैं और उनसे बचाव के उपाय क्या हैं?
ज़ूनोसिस क्या है? | What is Zoonoses?
ज़ूनोसिस (Zoonosis) उन संक्रामक रोगों को कहते हैं, जो जानवरों से मनुष्यों में फैलते हैं। ये बैक्टीरिया, वायरस, परजीवी, या फंगस हो सकते हैं। “ज़ूनोसिस” शब्द ग्रीक भाषा के दो शब्दों से बना है- “ज़ून” (यानी जानवर) और “नोसोस” (यानी बीमारी)।
बीमारियां कैसे फैलती हैं? | Zoonoses in Animals
संक्रमित जानवर के संपर्क में आने से। उदाहरण के लिए, संक्रमित कुत्ते के काटने से रेबीज। संक्रमित जानवरों की बूंदों या एयरोसोल (हवा में तैरते कण) के माध्यम से। जानवरों के संपर्क में आने के बाद बिना हाथ धोए अपनी आंख, नाक या मुंह को छूने से। ऐसी जगहों को छूना जहां संक्रमित जानवर रहते हैं या घूमते हैं, जैसे- पिंजरे, चारागाह, मिट्टी, पानी। संक्रमित या अधपके मांस, अंडे, दूध, या दूषित उत्पादों का सेवन करने से। दूषित पानी पीने से। दूषित पानी के स्रोत (जैसे पोखर या नदियां) के संपर्क में आने या उसे पीने से।
कौन सी बीमारियों का होता है खतरा? | Zoonoses Disease Danger
रेबीज- यह एक वायरल बीमारी है, जो संक्रमित जानवरों (विशेषकर कुत्तों, चमगादड़ों) के काटने से फैलती है और मस्तिष्क को प्रभावित करती है। यह अक्सर घातक होती है।
इन्फ्लुएंजा- ये वायरस पक्षियों (बर्ड फ्लू) और सूअरों (स्वाइन फ्लू) से मनुष्यों में फैल सकते हैं, जिससे गंभीर श्वसन संबंधी बीमारियां हो सकती हैं।
इबोला- यह एक गंभीर और अक्सर घातक वायरल बीमारी है, जो संक्रमित जानवरों (जैसे चमगादड़, प्राइमेट्स) से मनुष्यों में फैल सकती है।
मंकीपॉक्स- यह एक वायरल बीमारी है, जो संक्रमित जानवरों (जैसे- रोडेंट्स, प्राइमेट्स) से मनुष्यों में फैल सकती है, जिससे बुखार, दाने और लिम्फ नोड्स में सूजन होती है।
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रोकथाम और नियंत्रण | Zoonoses Disease Control
ज़ूनोटिक बीमारियों को रोकने के लिए “वन हेल्थ” दृष्टिकोण बहुत महत्वपूर्ण है, जिसमें मानव स्वास्थ्य, पशु स्वास्थ्य और पर्यावरण स्वास्थ्य को एक साथ देखा जाता है। इसमें साफ-सफाई, टीकाकरण (जानवरों और मनुष्यों दोनों के लिए), पशु नियंत्रण, और स्वास्थ्य शिक्षा शामिल हैं।