स्वास्थ्य और बीमारियां

सेल्स को चीरकर खून में घुसता है ये वायरस, आधी से ज्यादा दुनिया को खतरा

मध्य प्रदेश के मैहर में संदिग्ध खसरा यानी मीजल्स की चपेट में आने से 2 बच्चों की मौत हो गई है और 17 बच्चे संक्रमित बताए जा रहे हैं। हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक यह बीमारी काफी खतरनाक है और हर केस की सतर्कता से निगरानी की जानी चाहिये।

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी मीजल्स के खतरे को देखते हुए कहा है कि यह दुनिया भर में एक बड़ा खतरा बन सकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने मंगलवार, 20 फरवरी 2024 को चेतावनी दी है कि अगर तत्काल निवारण उपाय नहीं किए गए तो इस साल के अंत तक दुनिया के आधे से अधिक देशों में खसरे के फैलने का खतरा अधिक या बहुत अधिक होगा।

खसरे का खतरा क्या लौट आया है?

WHO का अनुमान है कि अधिकांश क्षेत्रों में खसरे के मामले बढ़ रहे हैं, जिसका मुख्य कारण कोविड-19 वर्षों के दौरान छूटे हुए टीकाकरण हैं। कोरान काल में स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा गई थीं और रोकथाम योग्य बीमारियों के लिए नियमित टीकाकरण समय से नहीं किया जा सका था।

WHO की एक वरिष्ठ अधिकारी ने जिनेवा प्रेस ब्रीफिंग में रूबेला और खसरा पर जानकारी देते हुए कहा, “हमें इस बात की चिंता है कि 2024 में हमारे टीकाकरण कार्यक्रमों में एक बड़ा अंतर है और यदि इसे जल्द-जल्द टीके के जरिए नहीं भरा गया तो समस्या हो जाएगी।”

आधी से ज्यादा दुनिया पर खतरा

उन्होंने कहा, ”CDCP (यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन) द्वारा WHO डेटा के साथ तैयार किए गए डेटा में हम देख सकते हैं कि इस साल के अंत तक दुनिया के सभी देशों में से आधे से अधिक देशों में खसरा का प्रकोप उच्च या बहुत अधिक जोखिम होने वाला है।

WHO अधिकारी ने आगे कहा, ”कमजोर स्वास्थ्य प्रणालियों के कारण गरीब देशों में मृत्यु दर अधिक है। दुनिया भर में कई बार खसरे का प्रकोप हुआ, और मध्यम आय वाले देशों को वास्तव में नुकसान उठाना पड़ा। हम इस बात को लेकर चिंतित हैं कि 2024, 2019 जैसा न हो जाए।”

Measles से कैसे बचें

सेंट्रल डिजीज के मुताबिक खसरा एक अत्यधिक संक्रामक बीमारी है जो ज्यादातर 5 साल से कम उम्र के बच्चों को प्रभावित करता है। WHO के अनुसार, उपलब्ध टीके की दो खुराक से खसरे को रोका जा सकता है। टीके की मदद से 2000 के बाद से अब तक 50 मिलियन से अधिक मौतें टाली जा चुकी हैं। इसके अलावा प्रकोप के दौरान, संक्रमण के जोखिम को रोकने के लिए भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचने की सलाह दी जाती है।

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