Cancer Medicines Price: देश में कैंसर का इलाज कराने वालों को केंद्र सरकार ने बड़ी राहत दी है। सरकार द्वारा सोमवार (9 सितंबर) को हुई जीएसटी काउंसिल (GST Council) की 54वीं बैठक में कैंसर के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवाइयों पर जीएसटी 12 फीसदी से घटाकर 5 फीसदी कर दिया है। सरकार के इस निर्णय से कैंसर के इलाज का खर्चा कम हो जाएगा।
सरकार ने इससे पहले बजट में कैंसर (Cancer) की तीन अहम दवाओं पर कस्टम ड्यूटी जीरो कर दिया था। इसके बाद से इन दवाइयों पर किसी तरह का टैक्स नहीं लग रहा है। इन दोनों ही फैसलों का फायदा बड़ी संख्या में लोगों को होगा। बता दें कि कैंसर बेहद खतरनाक बीमारी है, जो तेजी से बढ़ रही है। इस बीमारी की चपेट में हर उम्र के लोग आ रहे हैं। इसका इलाज काफी महंगा होता है, जिस कारण बहुत से लोग समय पर इलाज नहीं करा पाते हैं। ऐसे में सरकार का यह फैसला उन्हें बड़ी राहत दे सकता है।
भारत में कैंसर के कितने मरीज? (Cancer Patients in India)
भारत में सबसे ज्यादा होने वाले कैंसर में ब्रेस्ट, ओरल, सर्वाइकल और लंग कैंसर हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2020 तक देश में कैंसर से होने वाली मौत करीब 13.92 लाख थी, जो 2018 में सिर्फ 7.84 ही दर्ज हुई थी। इसका इलाज महंगा होने के चलते ज्यादातर मरीजों को समय पर इलाज नहीं मिल पाता है। ऐसे में जीएसटी (GST) कम होने से इसका फायदा मिल सकता है।
भारत में कैंसर के इलाज का खर्च
कैंसर के इलाज में होने वाला खर्च इसके स्टेज, प्रकार और इलाज के ऑप्शन पर निर्भर करता है। एक अनुमान के तहत देश में कैंसर का इलाज 2 से लेकर 15 लाख तक हो सकता है। इसमें कई फैक्टर्स और अलग-अलग खर्चे हैं।
कैंसर के इलाज में कहां कितना खर्च?
कैंसर में कंसल्टेंट फीस- 500-3000 रुपये
डायग्नोस्टिक टेस्ट- 1000-4000 रुपये
बायोप्सी- 2000-25000 रुपये
ब्लड टेस्ट- 1000-3000 रुपये
ट्रीटमेंट- 1 से 6 लाख रुपये
रेडिएशन थेरेपी- 50000 से 2.25 लाख रुपये
कीमोथेरेपी- 80000 से 8 लाख रुपये
इम्यूनोथेरेपी- 5 लाख रुपये तक
पोस्ट ट्रीटमेंट- 50000 से 4 लाख रुपये तक।
नोट: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित हैं। आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ व डॉक्टर से सलाह जरूर लें।