पेरेंटिंग एक बहुत बड़ी रिस्पॉसिबिलिटी है, उसमें भी अगर न्यूबॉर्न बेबी की पेरेंटिंग की बात हो तो ये और भी ज्यादा मुश्किल होता है. गर्मियों में न्यूबॉर्न बेबीज़ में इंफेक्शन या एलर्जी की प्रॉब्लम आम हो सकती है. वैसे तो ये नॉर्मल है, लेकिन अगर ज्यादा बढ़ जाए तो छोटे बच्चे के लिए परेशानी का सबब बन सकता है. तो अगर ये गर्मियां आपके नन्हे-मुन्ने का पहला समर सीजन है, तो ऐसे में आपको खास सावधानी बरतने की जरूरत है.
न्यूबॉर्न बेबीज़ की स्किन सुपर सेंसिटिव होती है, जिसकी वजह से उन्हें जल्दी एलर्जी हो जाती है. जिसके चलते बेबीज़ को कोल्ड, फीवर, स्किन रैशेज, रेडनेस या खुजली आदि समस्याएं हो सकती हैं. गर्मी और बारिश के मौसम में बच्चों को कई तरह की स्किन से जुड़ी समस्याएं होने लगती हैं. इसके पीछे कई वजह हो सकती हैं जैसे- बच्चे के कपड़े, ज्यादा मॉइश्चर होना, गंदगी या किसी प्रोडक्ट्स से एलर्जी. ऐसे में बच्चे को फंगल इंफेक्शेन, घमौरी, दाने, खुजली या स्रोडन से जुड़ी दूसरी कोई समस्या हो सकती है. गर्मी में बढ़ती चिपचिपाहट और पसीने से भी बच्चों को घमौरियां होने लगती हैं.
आज इसी पर बात करेंगे, इस मुद्द्दे पर बातचीत करने के लिए आरोग्य इंडिया प्लेटफोर्म से जुड़े हैं डॉ ध्रुव नंदन सिंह…
डॉ बताते हैं कि ज्यादा पसीना निकलने से कुछ ऐसे एरिया जैसे अंडरआर्म्स और ग्राइंस जगहों पर पसीना ज्यादा जमा होने से खुजली होती है, जिससे कुछ एलर्जीस भी हो जाती है. गर्मियों में ज्यादातर धूल भरी आंधियां चलती हैं जिसकी वजह से एलर्जी होने की संभावना बहुत ज्यादा होती है. बच्चों को ऐसी जगहों पर ले जाने से बचना चाहिए जहां धूल भरी आंधियां चल रही हैं या आसपास बहुत ज्यादा खराब हवायें हैं. ये चीजें एलर्जी को बढ़ाती हैं इसलिए ऐसी जगहों से बचना जरूरी है. एलर्जी से बचने के लिए कुछ क्रीम्स आती हैं जिनको शरीर पर लगाकर ही बाहर निकलना चाहिए. इससे एलर्जी की संभावना कम से कम होगी. अगर फिर भी एलर्जी हो जाती है तो अपने डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें और उसी हिसाब से इलाज करायें.
बच्चों को डीओ या परफ्यूम से दूर रखना बेहद ही जरूरी है. इसके पीछे की वजह भी एक्सपर्ट डॉ ध्रुव नंदन सिंह से जानते हैं
इस बारे में ध्रुव नंदन सिंह बताते हैं कि डीओ या परफ्यूम पोलन और फूलों से निकलकर आता है. ज्यादातर पोलन अपने आप में एलर्जी का कारण माना जाता है. इसलिए बच्चों पर अगर आप डीओ या परफ्यूम यूज करते हैं तो इससे बचना चाहिए और अगर लगायें भी तो बहुत कम मात्रा में लगायें.
बच्चों की स्किन की केयर के लिए मार्केट में कई तरह के प्रोडक्ट्स मौजूद हैं, लेकिन नेचुरल प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करना ही अच्छा माना जाता है. इन प्रोडक्ट्स की ओर से दावा किया जाता है कि ये बेस्ट रिजल्ट दे सकते हैं, लेकिन इनमें मौजूद केमिकल स्किन के लिए नुकसानदायक साबित हो सकते हैं. बच्चे की स्किन को मॉइस्चराइज रखने के लिए मुंह पर नारियल का तेल लगाएं.