शाहरुख खान की फिल्म डंकी सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है. इस फिल्म को काफी अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है. फिल्म में शाहरुख खान के साथ अभिनेता विक्की कौशल भी नजर आ रहे हैं जिसमें विक्की के अभिनय की भी तारीफ हो रही है, लेकिन शायद आपको मालूम नहीं होगा कि विक्की स्लीप पैरालिसिस बीमारी का शिकार हो गए थे. उन्होंने सोशल मीडिया पर अपने फैंस के सवालों का जवाब देते हुए बताया कि उनको स्लीप पैरालिसिस हो गया था. इस बीमारी की वजह से उनको काफी डर लगता था.
स्लीप पैरालिसिस एक न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर है जिसमें शरीर नींद से उठ जाता है, लेकिन शरीर पर व्यक्ति का जोर नहीं रहता है. इसमें दिमाग तो काम करता है लेकिन उसकी प्रतिक्रिया को शरीर समझ नहीं पाता है और व्यक्ति चाहकर भी कोई एक्टिविटी नहीं कर पाता है. इसमें व्यक्ति बोल तक नहीं पाता है और न ही उठ पाता है. लगता है कि शरीर में लकवा मार गया है. ग्रामीण इलाकों में इस बीमारी को लेकर लोगों में गलत धारणा भी है. कुछ लोग इस बीमारी को भूत बाधा भी मानते हैं, लेकिन यह डिजीज एक ऐसी समस्या है जो नींद से संबंधित है. जिसका आसानी से इलाज किया जा सकता है.
क्यों कहा जाता है स्लीप पैरालिसिस
न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. राजेश कुमार बताते हैं कि स्लीप पैरालिसिस के दौरान दिमाग जागा रहता है, लेकिन शरीर पूरी तरह नहीं जागता है. नींद खुल जाती है, लेकिन बॉडी पैरालिसिस की अवस्था में रहती है. इसी को स्लीप पैरालिसिस कहते हैं. स्लीप पैरालिसिस की समस्या कुछ सेकेंड से लेकर दो मिनट तक हो सकती है. अधिकतर मामलों में ये समस्या रात को सोते समय ही होती है.
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अब पहले की तुलना में ये बीमारी ज़्यादा कॉमन है. दुनियाभर में क़रीब आठ फ़ीसदी व्यस्कों ने कम से कम एक बार इस तरह का अनुभव किया है. हालांकि भारत में इस बीमारी को लेकर आंकड़े साफ नहीं है. ऐसा इसलिए क्योंकि इस समस्या के मामले में डॉक्टर के पास जाने वालों की संख्या काफी कम है.
क्या गंभीर बीमारी है स्लीप पैरालिसिस
डॉक्टर बताते हैं कि अब स्लीप पैरालिसिस कॉफी कॉमन हो गई है. अधिकतर मामलों में किसी स्ट्रेन या नींद न पूरी होने की वजह से लोगों को ये समस्या होती है. यही इस बीमारी की एक बड़ी वजह है. लेकिन कई इलाकों में इस बीमारी को लेकर काफी अंधविश्वास भी है.कुछ मामलों में इसको धार्मिक एंगल से भी जोड़कर देखा जाता है. जबकि ऐसा नहीं है. ये बीमारी कोई गंभीर समस्या नहीं है. इसका आसानी से इलाज हो जाता है. मेडिटेशन थेरेपी की सहायता से मरीज का ट्रीटमेंट किया जाता है. अगर किसी व्यक्ति को नींद में स्लीप पैरालिसिस की समस्या हो रही है तो डॉक्टर से सलाह जरूर लें.