हर बच्चा खास है: समय पर समझ, थेरेपी और शिक्षण से बदले ज़िंदगी की दिशा

द्वारा

Pediatric Physiotherapist
Director, The Hope Rehabilitation and Learning Centre, Lucknow
हर माता-पिता के लिए उनका बच्चा पूरी दुनिया होता है। लेकिन जब वो बच्चा बोलने में पीछे हो, नज़र न मिलाए, दूसरों से घुले-मिले नहीं, या अलग तरह से व्यवहार करे, तो मन में डर और सवाल उठते हैं। मैंने अपने पेशेवर जीवन में हज़ारों बच्चों और माता-पिता को इस संघर्ष से गुज़रते देखा है। और एक माँ के रूप में भी इस भावनात्मक यात्रा को समझा है। यही कारण था कि हमने लखनऊ में The Hope Rehabilitation and Learning Centre की स्थापना की – एक ऐसा केन्द्र जो सिर्फ इलाज नहीं करता, बल्कि उम्मीद, सहयोग और परिवर्तन की शुरुआत करता है।
जब समझ की जगह मिलती है, तब असली प्रगति होती है
The Hope Rehabilitation and Learning Centre केवल एक थैरेपी सेंटर नहीं है, यह एक प्रीमियम, मल्टीडिसिप्लिनरी पेडियाट्रिक रिहैबिलिटेशन हब है, जो विशेष रूप से न्यूरोडाइवर्स बच्चों के लिए डिज़ाइन किया गया है। यहाँ हम एक साथ कई तरह की सेवाएँ प्रदान करते हैं:

- स्पीच थैरेपी – भाषा एवं संप्रेषण में देरी वाले बच्चों के लिए
- ऑक्यूपेशनल थैरेपी – मोटर स्किल्स, दैनिक क्रियाओं और सेंसरी प्रोसेसिंग के लिए
- बिहेवियर थैरेपी – बच्चों के व्यवहारिक मुद्दों को समझकर उनमें सुधार
- स्पेशल एजुकेशन – सीखने में कठिनाई वाले बच्चों के लिए शिक्षा के विशेष तरीके
- सेंसरी इंटीग्रेशन थेरेपी – इंद्रिय अनुभवों में असंतुलन को संतुलित करना
- फिजियोथेरेपी – बायलॉजिकल मोटर डिले, सेरेब्रल पाल्सी, डाउन सिंड्रोम जैसे मामलों के लिए
- पैरेंट काउंसलिंग और फैमिली गाइडेंस – पूरे परिवार को मार्गदर्शन देना
यह सभी सेवाएँ एक ही छत के नीचे मिलती हैं – जिससे माता-पिता को बार-बार भटकना न पड़े।
क्यों ज़रूरी है The Hope Global Play School?
बहुत से माता-पिता थेरेपी के बाद खुश होकर कहते हैं – “अब मेरा बच्चा बेहतर है, लेकिन उसे स्कूल कौन लेगा?”यहीं से हमें महसूस हुआ कि सिर्फ थेरेपी काफी नहीं है। बच्चों को एक ऐसा स्कूल चाहिए,
जो उनकी गति को समझे, उन्हें डर या तुलना के बिना सीखने दे, जहाँ थेरेपी और शिक्षा साथ चले और हर बच्चा आत्मनिर्भर बन सके। इसी विचार से शुरू हुआ – Hope Global Play School। यह सिर्फ एक स्कूल नहीं, बल्कि एक इंटीग्रेटेड स्कूल-थ्रू-थेरेपी मॉडल है, जहाँ:
- थैरेपी और शिक्षण एक साथ चलते हैं
- हर बच्चे के लिए Individualized Educational Plan (IEP) तैयार किया जाता है
- स्कूल रेडीनेस, ग्रुप एक्टिविटी, सोशल स्किल्स, मोटर स्किल्स, और व्यवहार विकास को प्राथमिकता दी जाती है
- माता-पिता को हर चरण में साथ रखा जाता है

जब स्कूल दीवार बन जाए – और हमने एक नया रास्ता बनाया
मैंने एक नहीं, सैकड़ों माता-पिता को रोते हुए यह कहते सुना है, “मैम, स्कूल ने हमारे बच्चे का एडमिशन लेने से मना कर दिया…” “बच्चों ने उसे चिढ़ाया, टीचर ने उसे बाहर बैठा दिया…”“हमें कहा गया – ‘ऐसे बच्चों के लिए ये स्कूल नहीं है’…” ये सिर्फ शब्द नहीं थे – ये हर माँ-बाप के दिल में लगे ज़ख्म थे। बहुत सारे न्यूरोटायपिकल मेनस्ट्रीम स्कूल आज भी न्यूरोडाइवर्स बच्चों को:
- ‘समस्या वाला बच्चा’ कहते हैं
- कक्षा से निकाल देते हैं
- दूसरों बच्चों के सामने उन्हें अपमानित करते हैं
- या दाखिले के समय ही सीधे मना कर देते हैं
यह एक सामाजिक अन्याय है – और एक बच्चे के आत्मविश्वास की हत्या।

माता–पिता की व्यथा से जन्मा – Hope Global Play School
जब माता-पिता की आँखों में आँसू और बच्चे के चेहरे पर निराशा देखी, तो हमें यह स्पष्ट हो गया:
“हमें खुद एक ऐसा स्कूल बनाना होगा – जो न केवल समझे, बल्कि बच्चे के साथ चले।” इसी सोच से हमने शुरू किया: Hope Global Play School – एक ऐसा संस्थान, जो आधारित है:
- Supplementary + Provisional Schooling System पर – जहाँ बच्चा अपनी क्षमताओं के अनुसार धीरे-धीरे मुख्यधारा की शिक्षा के लिए तैयार किया जाता है।
- School Readiness Programme पर – जिसमें बच्चा कक्षा में बैठना, निर्देश समझना, दोस्त बनाना, समूह में कार्य करना, भावनाओं को व्यक्त करना सीखता है।
- Multidisciplinary Collaborative Interventional Reinforcement Techniques पर – जिसमें थैरेपिस्ट्स, स्पेशल एजुकेटर और काउंसलर्स मिलकर हर बच्चे के लिए व्यक्तिगत योजना बनाते हैं और उसे एकीकृत तरीके से लागू करते हैं।
सफलता की कहानियाँ – जहाँ आँसू मुस्कान में बदले
आरव – 2.5 साल का बच्चा जो बोलता नहीं था, दूसरों की तरफ देखता नहीं था। 6 महीने की नियमित स्पीच, सेंसरी और बिहेवियर थेरेपी के बाद अब स्कूल जा रहा है। अदा – जिसे हर छोटी चीज़ पर गुस्सा आता था, अब शांत, खुश और आत्मनिर्भर हो चुकी है। अब तक 40+ बच्चे Hope Rehabilitation & Learning Centre से ट्रेन होकर सामान्य स्कूलों में जा चुके हैं।

भविष्य की योजना और हमारी प्रतिबद्धता
हम केवल एक क्लिनिक या स्कूल नहीं हैं – हम एक दृष्टिकोण हैं। हमारी आने वाली योजनाओं में शामिल हैं:
- AI-बेस्ड थेरेपी और वर्चुअल रिहैब प्लेटफ़ॉर्म
- होलिस्टिक पैरेंट ट्रेनिंग प्रोग्राम
- विस्तारित स्कूलिंग विकल्पों के साथ प्रावधिक एवं अनुपूरक शैक्षणिक सहयोग
- Multi-sensory Play Labs और Virtual Reality Therapy Units
हर बच्चा अनमोल होता है। बस उसे समय पर समझने और सही दिशा देने की ज़रूरत होती है। मैं, प्रीती कुरील, एक माँ, एक फिजियोथेरेपिस्ट, और The Hope की डायरेक्टर के रूप में सिर्फ इतना कहना चाहती हूँ: “अपने बच्चे की मुश्किल को देर तक न टालें। जो अभी कदम बढ़ाएंगे, वही कल जीतेंगे।”
हमारा अंतिम संदेश और अपील The Hope Rehabilitation and Learning Centre और Hope Global Play School हर बच्चे, हर माता-पिता और हर परिवार के लिए हमेशा खुले हैं। कोई भी, कहीं से भी, यदि किसी भी प्रकार की चिंता, शंका या मार्गदर्शन की आवश्यकता हो – तो हमारी टीम हमेशा सेवा और सहयोग के लिए तत्पर है।
हम समाज, विशेष रूप से न्यूरोटायपिकल दुनिया, स्कूलों और वहाँ के माता-पिताओं से एक सादगीपूर्ण अपील करते हैं –डरें नहीं, घबराएँ नहीं। जैसे मधुमेह या थायरॉयड जैसी शारीरिक समस्याएं होती हैं और उनका प्रबंधन संभव है, वैसे ही न्यूरोडेवलपमेंटल डिसऑर्डर भी प्रबंधनीय हैं। यदि हम समय पर हस्तक्षेप करें, थेरेपी, समर्थन और प्यार दें – तो ये बच्चे भी सामान्य जीवन जी सकते हैं। हमें बस उनके विकास में आ रही देरी और लक्षणों को समझकर सुधार की दिशा में काम करना है। हमारे सफलता के आँकड़े लगातार बढ़ रहे हैं और हमें विश्वास है कि एक दिन यह सफलता 100% तक पहुँच जाएगी। बस ज़रूरत है समाज, स्कूल, और हर माता-पिता के सहयोग और समझ की।

The Hope Rehabilitation and Learning Centre और Hope Global Play School हर बच्चे, हर माता-पिता और हर परिवार के लिए हमेशा खुले हैं। कोई भी, कहीं से भी, यदि किसी भी प्रकार की चिंता, शंका या मार्गदर्शन की आवश्यकता हो – तो हमारी टीम हमेशा मदद के लिए तैयार है। हम आपको सुनेंगे, समझेंगे और पूरा सहयोग देंगे। हम समाज, विशेष रूप से न्यूरोटायपिकल दुनिया, स्कूलों और वहाँ के माता-पिताओं से एक सादगीपूर्ण अपील करते हैं –डरें नहीं – समझें। घबराएं नहीं – अपनाएं। जैसे कोई भी शारीरिक बीमारी (जैसे मधुमेह, थायरॉइड या हृदय रोग) सही इलाज और ध्यान से संभाली जा सकती है, वैसे ही न्यूरोडेवलपमेंटल डिसऑर्डर भी पूरी तरह मैनेजेबल हैं।
ज़रूरत है:
- समय पर पहचान (Early Identification)
- तुरंत हस्तक्षेप (Early Intervention)
- लगातार थेरेपी और समर्थन
- और सबसे ज़रूरी – समाज की स्वीकृति और सहयोग
हर बच्चा सामान्य जीवन जी सकता है – बस उसे समय पर सहारा दीजिए।

हमारे सेंटर पर सैकड़ों बच्चों ने:
- बोलना सीखा
- खुद को व्यक्त करना सीखा
- स्कूल जाने लायक बने
- और सबसे बड़ी बात – अपने आत्मविश्वास को पाया
हमारी सफलता की दर लगातार बढ़ रही है। और हमें पूर्ण विश्वास है कि आने वाले समय में यह सफलता 100% तक पहुँचेगी। हम सब मिलकर एक ऐसा समाज बना सकते हैं – जहाँ कोई बच्चा ‘अलग’ नहीं कहलाए, बल्कि ‘खास’ और ‘अपनाया गया’ महसूस करे। अगर आप किसी बच्चे, माता-पिता या शिक्षक को जानते हैं जो उलझन में हैं, तो उन्हें हमारा संपर्क दीजिए – हमारा हर एक सदस्य उनका मार्गदर्शन करने के लिए तैयार है।
- The Hope Rehabilitation and Learning Centre
- Hope Global Play School
— जहां हर बच्चा, हर उम्मीद, और हर परिवार का स्वागत है।

हमसे संपर्क करें:-
The Hope Rehabilitation and Learning Centre
Governed by: The Hope Foundation
पता: 636/3, क्रांति नगर, टकरोही, इन्दिरा नगर, लखनऊ – 226016
फ़ोन: 9044500099
ईमेल: thehopefoundationofindia@gmail.com
वेबसाइट: www.thehoperehab.in
आप हमें WhatsApp, कॉल, या ईमेल के माध्यम से किसी भी दिन संपर्क कर सकते हैं। हमारी टीम हर बच्चे, माता-पिता, शिक्षक या जिज्ञासु व्यक्ति की मदद के लिए हमेशा तैयार है।