फुटबॉलर डिएगो माराडोना को थी ये गंभीर बीमारी, बढ़ गया था दिल का वजन

52 महीने पहले फुटबॉलर डिएगो माराडोना का निधन हो गया था। उनकी ऑटोप्सी करने वाले एक्सपर्ट्स के अनुसार पॉपुलर फुटबॉलर सिरोसिस से पीड़ित थे। मगर, एक्सपर्ट्स ने ये भी कहा था कि उनकी मृत्यु के समय उनके शरीर में शराब या फिर नशीली दवाओं का कोई निशान नहीं मिला था। हाल ही में फुटबॉलर की ऑटोप्सी करने वाले एक्सपर्ट्स ने बताया कि उनका दिल असामान्य रूप से बड़ा था।
फॉरेंसिक एक्सपर्ट एलेजांद्रो एजेकिएल वेगा के अनुसार, फुटबॉलर डिएगो माराडोना के दिल का वजन 503 ग्राम था। जानकारी के लिए बता दें कि दिल का सामान्य वजन 250 ग्राम से 300 ग्राम के बीच होता है। फॉरेंसिक एक्सपर्ट ने बताया कि माराडोना के हृदय की जांच से पता चला कि उन्हें लंबे समय से इस्केमिया था। इस वजह से माराडोना के शरीर में ब्लड फ्लो और ऑक्सीजन की कमी थी।

60 साल की उम्र में हुआ निधन
डिएगो माराडोना के स्कल और ब्रेन के बीच बने हेमेटोमा की सर्जरी भी हुई थी। ऑटोप्सी के बाद माराडोना की मृत्यु का कारण भी साफ हो चुका है। ऑटोप्सी में पता चला है कि माराडोना की मौत एक्यूट पल्मनरी एडिमा के कारण हुई थी। फॉरेंसिक एक्सपर्ट के अनुसार, माराडोना के फेफड़ों में कम से कम 10 दिनों से पानी जमा हो रहा था। बता दें कि 60 साल के इस फुटबॉलर को हार्ट फेलियर की वजह से एक्यूट पल्मनरी एडिमा हुआ था।
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हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, डिएगो माराडोना के दिल का वजन इतना ज्यादा था, इस वजह से उन्हें मौत से कुछ घंटे पहले बहुत ज्यादा दर्द का सामना करना पड़ा होगा। लंबे समय तक हेल्दी लाइफ जीने के लिए अच्छे लाइफस्टाइल और डाइट प्लान को फॉलो करना और शराब, धूम्रपान, तंबाकू जैसी बुरी लत की चपेट में न आना बेहद जरूरी है।