Baby Massage Tips in Hindi: जन्म के कुछ दिनों बाद से ही शिशु की मालिश करनी शुरू कर दी जाती है। इससे बच्चे की हड्डियां और मांसपेशियां मजबूत होती हैं। अमूमन हर घर में शिशु की मालिश की जाती है लेकिन इस दौरान अक्सर कुछ गलतियां भी हो जाती है जिनकी वजह से बच्चे को नुकसान पहुंच सकता है। आज आपको ऐसी तीन गलतियों के बारे में बताएँगे जो अक्सर शिशु की मालिश करने के दौरान हो जाती हैं। अगर आप भी रोज अपने बच्चे की मालिश करते हैं, तो इन गलतियों के बारे में जरूर जान लें।
ऐसा बिलकुल न करें | Baby Massage Tips in Hindi
कई बार मालिश करने के दौरान शिशु की छाती को प्रेस किया जाता है। इसकी वजह से मैस्टाइटिस हो सकता है। ऐसा बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए। इसके अलावा मालिश के दौरान कसरत करवाने के लिए बच्चे को उल्टा कर दिया जाता है। इसमें बच्चे का सिर नीचे और पैर ऊपर होते हैं। ऐसा करना भी गलत होता है।

सख्त हाथों का बिलकुल न करें इस्तेमाल | Baby Massage Tips in Hindi
कई बार लड़कों के जननांग को काफी सख्त हाथों से या प्रेशर के साथ साफ किया जाता है। इसकी वजह से एमेरजेंसी की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। आप बच्चे के यौन अंग को काफी सावधानी और हल्के हाथों से साफ करें। शिशु की मालिश के लिए कई तरह के तेलों के इस्तेमाल का प्रचलन है। शिशु की मालिश करते समय तेल को उसकी आंखों और मुंह के आसपास के हिस्सों से बचाकर रखना चाहिए। इससे बच्चे को आंखों या गले में जलन और उल्टी होने का डर रहता है। जब आप मालिश करते समय शिशु के शरीर पर तेल लगाते हैं, तो उसका शरीर चिकना हो जाता है। ऐसे में उसे हाथ में पकड़ने पर बच्चा हाथ से फिसल सकता है। आप मालिश के दौरान बेबी को मैट या नरम तौलिए पर ही लिटाएं। इसके अलावा जब बच्चे को जुकाम या खांसी होती है, जब उसकी मालिश न करें।

दूध पिलाने के तुरंत बाद न करें मसाज | Baby Massage Tips in Hindi
शिशु की मालिश को लेकर एक गलती यह भी हो जाती है कि दूध पिलाने के तुरंत बाद उसकी मसाज कर दी जाती है। इससे बच्चे को अपच या उल्टी हो सकती है। दूध पीने और मालिश के बीच में कम से कम 30 से 45 मिनट का गैप होना चाहिए। इसके अलावा मालिश के बाद कभी भी बच्चे को ठंडे पानी से नहीं नहलाना चाहिए। बच्चे को हमेशा गुनगुने पानी से ही नहलाएं।