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Student Health: झुकने लगी है स्कूल जाने वाले बच्चों की कमर और गर्दन, एम्स की रिपोर्ट में हुआ खुलासा

Health Issues in Students: एक्सरसाइज करने से आपकी रीढ़ की हड्डी फिट और फ्लेक्सिबल रहती है। अगर आपकी स्पाइन की हेल्थ बिगड़ी, तो असर सिर्फ पीठ और गर्दन पर नहीं बल्कि बॉडी के पावर हाउस यानी पेट पर भी पड़ेगा। लोग अक्सर बार-बार होने वाले पेट दर्द, गैस, कब्ज और एसिडिटी को डाइजेशन की परेशानी मान लेते हैं। लेकिन हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक कई बार इसकी असली वजह पेट में नहीं, रीढ़ की हड्डी में होती है। स्पाइन से निकलने वाली नसों पर अगर दबाव हो या डिस्क खिसक जाए या फिर स्पाइन में ट्यूमर बन जाए तो ये सीधे डाइजेस्टिव सिस्टम और यूरिनरी ट्रैक्ट पर भी असर करता है। लेकिन लोग सही वजह पता न होने के कारण सालों-साल गैस-अपच समझकर गलत इलाज कराते रहते हैं।

क्या कहती है स्टडी? | Health Issues in Students

ताजा स्टडी के मुताबिक चिंता की बात ये है कि 30 से 50 साल की उम्र के करीब 80% मरीज इस कैटेगरी में हैं और तो और महिलाओं के मुकाबले पुरुषों में इस तरह की परेशानी ज्यादा है। अब तो ये खतरा बच्चों तक पहुंच रहा है। एम्स की रिपोर्ट के मुताबिक स्कूलों में पढ़ने वाले 47% बच्चे गर्दन-कमर-जोड़ों के दर्द से जूझ रहे हैं। वजह भी साफ है, लंबे वक्त तक मोबाइल-लैपटॉप पर झुके रहना, भारी स्कूल बैग उठाना और फिजिकल एक्टिविटी-खेलकूद न के बराबर होना। हैरानी की बात ये है कि एम्स के डॉक्टर्स ने जब 380 बच्चों की स्क्रीनिंग की तो उसमें से 180 बच्चे स्पाइन की सीवियर प्रॉब्लम से जूझ रहे थे।

बैग के बोझ से टेढ़ी हो रही बच्चों की गर्दन, दर्द कर रही पीठ, सर्जन ने दिए  सुझाव - students suffering from chronic back and neck pain due to heavy  school bags tedu - AajTak

गौर करने वाली बात | Health Issues in Students

रीढ़ ही हमारी सबसे बड़ी ताकत है और इसे नजरअंदाज करना खतरे से खाली नहीं है। रीढ़ सिर्फ पीठ को सीधा रखने का काम नहीं करती, ये हमारे पूरे शरीर का कंट्रोल रूम भी है। आज रीढ़ को मजबूत बनाने के तरीके के बारे में जानते हैं और योगगुरु स्वामी रामदेव से सारी स्पाइनल प्रॉब्लम्स के योगिक समाधान के बारे में जानकारी हासिल करते हैं। साइटिका और सर्वाइकल से छुटकारा पाने के लिए बैठते समय गर्दन को सीधा रखें, नर्म गद्दे की जगह तख्त पर सोएं, विटामिन डी और कैल्शियम डाइट लें, स्मोकिंग और कैफीन से दूरी बना लें।

रीढ़ की हड्डी से जुड़ी समस्याओं का इलाज | Health Issues in Students

बैक पेन से राहत पाने के लिए आपको अपने अनहेल्दी लाइफस्टाइल को बदलना होगा। योग-एक्सरसाइज से भी दर्द में काफी आराम मिल सकता है। आपको बता दें कि 95% कमरदर्द के मामलों में सर्जरी की जरूरत नहीं पड़ती है। कंधे के दर्द को दूर करने के लिए गर्म हल्दी दूध और शहद का सेवन करें। इसके अलावा आप शहद डालकर अदरक वाली चाय भी पी सकते हैं। हल्दी-नारियल का पेस्ट लगाने से भी कंधे के दर्द से राहत मिल सकती है। इसके अलावा आप तिल के तेल से कंधे की मसाज कर सकते हैं। स्पाइनल प्रॉब्लम को दूर करने के लिए लहसुन, हल्दी, तुलसी, दालचीनी और अदरक का सेवन किया जा सकता है। कमर दर्द से बचने के लिए लैपटॉप को गोद में रखकर काम न करें, डेस्क या मेज का इस्तेमाल करें, काम करते वक्त पैर जमीन पर टिकाएं, कमर सीधी रखें, कंधे न झुकाएं, हर 1 घंटे में 5 मिनट का ब्रेक लें और ब्रेक में सूक्ष्म व्यायाम करें।

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