आजकल मौसम में बदलाव देखने के मिल रहा है. गुलाबी ठंड ने लोगों को बीमारी करके रखा है. जहां सुबह और रात में मौसम थोड़ा ठंडा रहता है तो दिन में तेज धूप लोगों के पसीने छुड़ा रहा. ऐसे में अपनी सेहत का ख्याल रखना बेहद जरूरी है।
आज के मौसम में हवा में नमी कम होती है, जिससे धूल और अन्य कण हवा में तैरते रहते हैं. ये कण हमारे फेफड़ों में जाकर सांस लेने में परेशानी पैदा कर सकते हैं।
इसके अलावा, ठंड के मौसम में हवा का तापमान कम होता है, जिससे हमारे शरीर के अंदर के अंगों को गर्म रखने के लिए ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है. इससे दिल पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है. दिल की बीमारी वाले लोगों के लिए ठंड का मौसम और भी खतरनाक हो सकता है. इस मौसम में उन्हें दिल का दौरा पड़ने का खतरा बढ़ जाता है. इसलिए, दिल की बीमारी वाले लोगों को ठंड के मौसम में विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है।
सर्दियों में किन बातों का रखें ध्यान?
ब्लड प्रेशर
हमारे शरीर में ब्लड प्रेशर का बाहर के तापमान से विपरीत संबंध होता हैं. ठंड में ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है, जिससे दिल को खून पंप करने में अधिक मेहनत करनी पड़ती है. शरीर के तापमान को सामान्य बनाए रखने के लिए हमारी ब्लड वेसेल्स सिकुड़ जाती हैं. खून गाढ़ा हो जाता है, जिससे थक्का बनने की आशंका बढ़ने लगती है. ऐसे में दिल का दौरा और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है।
कोलेस्ट्रॉल
धमनियों में जमा कोलेस्ट्रॉल (प्लाक) के टूटने पर थक्का जमने की आशंका बढ़ जाती है. ब्लड वेसेल्स के सिकुड़ने से इस तरह की रुकावटें और टूट-फूट ज्यादा होती है. इससे धमनी बंद हो जाती है और दिल का वह भाग जो खून प्राप्त नहीं करता है, काम करना बंद कर देता है।
पानी की कमी
ठंड के दिनों में प्यास कम लगती है. यह खून को चिपचिपा बना देता है, इससे भी थक्का बनने का खतरा बढ़ता है।
खान-पान
ठंड में कुछ लोग गर्म रहने के लिए अधिक खाने लगते हैं. इस कारण शराब व तली-भुनी चीजों का सेवन बढ़ जाता है, जो दिल की बीमारी का जोखिम बढ़ाता है।
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है।