क्यों जान ले रहा Cardiac Arrest? कारण, लक्षण जानें और बचने के लिए कराएं ये टेस्ट

बीते कुछ समय से ऐसी खबरें चर्चा में छाई रहीं कि कोई नाचते हुए फर्श पर गिर जाता है और मौत हो जाती है तो कोई जिम में एक्सरसाइज करते हुए या ट्रेडमिल पर दौड़ते-दौड़ते मौत का शिकार हो रहा है। लोग समझ पाएं कि उससे पहले मरीज की जान चली जाती है। इसका कारण अचानक कार्डियक अरेस्ट (Cardiac Arrest) को माना जाता है। आज के इस लेख में हम जानेंगे कि अचानक कार्डियक अरेस्ट आने की वजह क्या, क्यों और किन परिस्थितियों में ऐसा होता है, कार्डियक अरेस्ट से बचने के लिए क्या करें और इसके लक्षणों को कैसे पहचानें?
हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार, जब कोई मौत सोते-सोते हो जोए तो उसका कारण एरिथमिया होता है। जब कोई मौत डांस करते, जिम करते, साइकिल चलाते या कोई भी एक्टिविटी करते हुए अचानक से गिर जाएं और मौत हो जाए तो ऐसा लॉन्ग क्यूटी सिंड्रोम के कारण होता है। साथ ही जेनेटिक सिंड्रोम की वजह से भी दिल की धड़कने रुक जाती है। खराब कॉलेस्ट्रल बढ़ने की वजह से कई बार लोगों की मौत हो जाती है। इसके लिए हर किसी को हाई सेंसिटिविटी सी-रिएक्टिव प्रोटीन टेस्ट करना चाहिए। किसी की हार्ट हिस्ट्री अगर हार्ट संबंधी होती है तो उसका असर सीधा होता है।

हाई-सेंसिटिविटी सी-रिएक्टिव प्रोटीन टेस्ट (HSCRP)
सी-रिएक्टिव प्रोटीन को लिवर बनाता है। शरीर में सूजन होने पर सीआरपी का लेवल बढ़ जाता है। एक साधारण Blood Test से भी सी-रिएक्टिव प्रोटीन के लेवल का पता लगाया जा सकता है। हाई-सेंसिटिविटी सीआरपी (HSCRP) टेस्ट, सी-रिएक्टिव प्रोटीन टेस्ट के मुकाबले ज्यादा संवेदनशील होता है। इस टेस्ट से डॉक्टर आपके सीआरपी लेवल को प्रभावित करने वाले विशेष कारणों की पहचान कर हार्ट और धमनी (Artery) से जुड़ी समस्याओं का पता लगा सकते हैं, जिससे हार्ट और कार्डियक अरेस्ट के खतरे को कम किया जा सकता है।
क्या है कार्डियक अरेस्ट? (What is Cardiac Arrest?)
जब हार्ट अचानक और अप्रत्याशित रूप से ब्लड पंप करना बंद कर देता है तो मरीज में कार्डियक अरेस्ट होता है। इसकी वजह से ब्रेन और दूसरे अंगों में खून की सप्लाई रुक जाती है या कम हो जाती है। कुछ अर्यथमिया (Arrhythmias), जिनमें ह्रदय से शरीर में खून जाना पूरी तरह से बंद हो जाती है, कार्डियक अरेस्ट के कारण बन सकते हैं। कार्डियक अरेस्ट में अचानक से दिल की धड़कन बंद हो जाती है। ऐसी स्थिति में मरीज का ब्लड प्रेशर और पल्स एकदम रुक जाती है। कार्डियक अरेस्ट हार्ट अटैक से ज्यादा खरतनाक स्थिति है। कार्डियक अरेस्ट से जान जाने का खतरा कहीं ज्यादा होता है।
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कार्डियक अरेस्ट के लक्षण (Symptoms of Cardiac Arrest)
अचानक व्यक्ति का बेहोश होना
अचानक से गिर जाना
सांस लेने में तकलीफ होना
कोई पल्स महसूस नहीं होना
थकान महसूस होना
चक्कर आना
सांस लेने में कठिनाई होना
जी मिचलाना
छाती में दर्द
दिल की धड़कन तेज
होश खो देना।