Kids and Milk Digestion Problem: मां और बच्चे दोनों की सेहत के लिए ब्रेस्टफीडिंग बेहद जरूरी है. ब्रेस्ट मिल्क (Breast Milk) से बेबी को न्यूट्रिशन मिलता है, साथ ही एंटीबॉडी भी बनती हैं. जिससे बच्चे इंफेक्शन, एलर्जी, अस्थमा और मोटापे से बचते हैं. दूध सिर्फ नवजात के लिए ही नहीं, बल्कि बड़े होते बच्चों के लिए भी जरूरी है. इससे उनकी विटामिन डी और कैल्शियम जैसे मिनरल्स की जरूरत पूरी होती है. इससे उनकी हड्डियों और दांतों को मजबूती मिलती है. हॉर्मोंस और नर्वस सिस्टम भी अच्छी तरह ग्रोथ करते हैं. लेकिन, कई बच्चे दूध नहीं पचा पाते हैं. ऐसे बच्चों को दूध पिलाना मुश्किल हो जाता है. आइए जानते हैं क्या उपाय करने चाहिए…
बच्चों को दूध पचाने में समस्या होने के कई कारण | Kids and Milk Digestion Problem
- दूध में लैक्टोज की मात्रा अधिक होना
- बच्चे की आंतों में लैक्टेज नामक एंजाइम की कमी होना
- दूध पिलाने के बाद बच्चे को पर्याप्त आराम न मिलना
- बच्चे को दूध पिलाने के बाद अन्य फूड्स का सेवन करना
बच्चों को दूध पिलाने के लिए क्या करें | Kids and Milk Digestion Problem
दूध को गर्म करें– दूध को गर्म करने से लैक्टोज की मात्रा कम हो जाती है, जिससे बच्चे को दूध पचाने में आसानी होती है. ऐसा करके आप बच्चों को आसानी से दूध पिला सकते हैं. कई अन्य दूसरे विकल्पो पर फोकस करके बच्चों में दूध पचा सकते हैं.
दूध में चीनी मिलाएं– अगर आपका बच्चा दूध नहीं पचा पा रहा है तो आप उसमें चीनी मिलाकर दे सकते हैं. इससे लैक्टोज की मात्रा कम हो जाती है, जिससे बच्चे को दूध पचाने में आसानी होती है और बच्चा चाव से दूध पीता भी है.
बच्चे को आराम दें– अगर आपका बच्चा सही तरह आराम नहीं कर पा रहा है तो दूध पीने के बाद उसे पचा नहीं पाएगा. इसलिए दूध पिलाने के बाद बच्चे को पर्याप्त आराम दें, ताकि उसके पाचन तंत्र को दूध पचाने के लिए समय मिल पाए और दिक्कतें न हो.
बच्चे को बाहर की चीजें न खिलाएं– दूध पिलाने के बाद बच्चे को दूसरी चीजें या बाहरी चीजें खाने को न दें. इससे दूध सही तरह नहीं पच पाता है और उन्हें पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं. इसलिए जितना हो सके बच्चों के खानपान का सही तरह ख्याल रखें.
बच्चे को लैक्टोज फ्री दूध दें– अगर बच्चे को दूध नहीं पच पा रहा है औऱ उसे लैक्टोज की प्रॉब्लम है तो कोशिश करें कि लैक्टोज फ्री दूध उसे पिलाएं. इससे उसके पाचन तंत्र को दूध पचाने में मदद मिलती है और बच्चे आसाम से दूध पी लेते हैं.