सर्दियों के मौसम की शुरुआत होते ही हमारे शरीर की स्फूर्ति जैसे कहीं गायब हो जाती है। शरीर इतना आलसी हो जाता है कि आलस से लड़ना बहुत मुश्किल होता है। इस वजह से हमारी प्रोडक्टिविटी भी कम हो जाती है जिससे कई बीमारियों के होने का खतरा बढ़ जाता है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन की नई रिपोर्ट के मुताबिक, भारत समेत दुनिया भर में अब लोग लाइफस्टाइल की बीमारियों यानी हार्ट अटैक, कैंसर और डायबिटीज से मारे जा रहे हैं। इसकी बड़ी वजह है आलस, इसके चलते लोग बीमार पड़ रहे हैं। WHO के मुताबिक, जो लोग हफ्ते में 150 मिनट की साधारण एक्सरसाइज भी नहीं करते या हफ्ते में 75 मिनट तक जमकर कसरत नहीं करते, उन्हें आलसी माना जाता है। दुनिया भर में होने वाली कुल मौतों में से 74% लाइफस्टाइल वाली बीमारियों से होती हैं। वहीं, भारत में 66% लोग लाइफस्टाइल वाली बीमारियों के शिकार होकर मारे जा रहे हैं। पर हम आपको बतायेंगे कुछ ऐसे टिप्स जिसकी वजह से सर्दियों में भी आलस को कम किया जा सकता है।
सोने और उठने का समय तय करें
ठंड से बचने के लिए, हमें देर तक रजाई में लेटे रहते हैं देर तक सोते रहते हैं, इसलिए हमारा स्लीप साइकिल बिगड़ सकता है। ऐसा न हो, इसलिए रोज अपने सोने और उठने का समय तय करें। देर से सोने की वजह से भी हमें पूरे दिन आलस आता रहता है।
फिजिकल एक्टिविटी करें
फिजिकल एक्टिविटी न करने से आपकी बॉडी की मांसपेशियां अकड़ जाती हैं और ब्लड सर्कुलेशन भी धीमा हो जाता है। इस कारण से आपके शरीर में दर्द और मूड भी खराब रह सकता है। एक्सरसाइज इन सभी परेशानियों को कम करने में आपकी मदद करेगा। इसलिए रोज थोड़ी देर एक्सरसाइज जरूर करें।
डाइट का ख्याल रखें
आपका खाना आपके मूड को प्रभावित करता है और अक्सर सर्दी के मौसम में हम अधिक फैट वाला खाना खाते हैं। इस कारण से, शरीर को खाना पचाने में अधिक समय लगता है और हम आलसी महसूस कर सकते हैं। खाने में प्रोटीन,फाइबर, विटामिन, मिनरल्स, कार्ब्स सभी को संतुलित मात्रा में लें। इससे आपकी सेहत भी बेहतर रहेगी और आपको ऊर्जा भी मिलेगी।
अधिक खाना न खायें
सर्दियों के मौसम में अक्सर ही हम अधिक खाना खा लेते हैं। जिस वजह से, हमें नींद आती है और हम आलसी महसूस करते हैं। इसलिए अधिक खाने से बचें। यह आलस की वजह बनने के साथ-साथ कई बीमारियां, जैसे- डायबिटीज, फैटी लिवर, दिल की बीमारियां आदि की वजह भी बन सकता है। सर्दियों में खाने की क्रेविंग होना आम बात है, लेकिन इस पर कंट्रोल करने की कोशिश करें और अगर खाएं, तो हेल्दी ऑप्शन का चुनाव करें।
विटामिन-D को भरपूर मात्रा में लें
टैनिंग से बचने के लिए हम ज्यादाचतर धूप में जाने से बचते हैं, लेकिन सूरज की रोशनी विटामिन-डी का सबसे बेहतर स्त्रोत है। इसकी कमी की वजह से भी आलस और अधिक नींद आने की समस्या हो सकती है। इसलिए रोज थोड़ी देर के लिए धूप लें। इससे आपका शरीर भी गर्म रहेगा और विटामिन-डी भी मिलेगा। इसके साथ ही, अपने खाने में अंडे, कॉड लिवर ऑयल, फैटी फिश आदि को शामिल कर सकते हैं। इनसे भी कुछ मात्रा में विटामिन-डी मिलता है।