जब कोई व्यक्ति शायराना अंदाज में आपकी तारीफ करता है तो आप खुश हो जाते हैं. लेकिन क्या आपको पता है कि आपकी आंखों में कई राज छुपे होते हैं? जी हैं अगर सेहत के बारे में बात की जाए तो आपकी आंखें बहुत कुछ कहती हैं. आंखों में दिल की बीमारियों के राज भी छिपे होते हैं. आपने नोटिस किया होगा कि जब भी कोई मरीज डॉक्टर के पास जाता है तो डॉक्टर सबसे पहले आंखों में टॉर्च डालकर देखते हैं. दरअसल हार्ट की समस्याओं के संकेत आंखों में दिखने लगते हैं. आंखों में कई नसें होती हैं जिनमें खून की धारा बहती है.
जब आंखों के ऊपर या नीचे सूज हो
यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो के मुताबिक, जब आर्टरीज में बैड कोलेस्ट्रॉल जमा होने लगता है और यह बहुत ज्यादा होने लगता है तब यह कोलेस्ट्रॉल ब्लड वैसल्स के माध्यम से आंखों के उपर या नीचे उभर आता है. इसे जैंथ्रोफा बीमारी कहा जाता है. अगर यह ज्यादा हो जाए तो आंखों को चारों ओर से घेर लेता है. इसलिए अगर आंखों में ऐसी समस्या है तो आप तुरंत डॉक्टर के पास जायें.
मोतियाबिंद
अध्ययन में यह भी प्रमाणित हुआ है कि हार्ट डिजीज होने पर आंखों में मोतियाबिंद भी हो सकता है. यही कारण है कि मोतियाबिंद का ऑपरेशन कराने वालों में हार्ट अटैक और स्ट्रोक से मौत की आशंका ज्यादा रहती है.
आंखों की नसों में खून के धब्बे
जब किसी हाई ब्लड प्रेशर होता है तब खून की धमनियों के विपरीत खून का प्रेशर भी बढ़ जाता है. इस स्थिति में आंखों में रेटिनोपेथी की बीमारी हो सकती है. इसमें आंखों की नसों से खून आ सकता है. इससे आंखों के पास सूजन भी दिख सकती है या आंखों की नसों में बहुत ज्यादा रक्ताभ लाल दिखने लगता है. बहुत ज्यादा समस्या होने पर आंखों की नसें फट सकती है और अंततः आंखों की रोशनी जा भी सकती है.
अंधापन
अगर हार्ट की धमनियों में गंदा कोलेस्ट्रॉल जमा होने लगता है तो वह प्लैक आंखों तक खून के पहुंचने के मार्ग में बाधा बनने लगता है. इससे रेटिना खत्म हो सकता है और इसके परिणामस्वरूप पूरी तरह अंधापन आ सकता है.
रेटिना का सूखना
जब किसी को एथेरोस्क्लेरोटिक हार्ट डिजीज होती है तब आंखों में मैकुलर डिजेनरेशन होने लगता है. यानी आंखों की रेटिना सूखने लगती है. इससे आंखों की रोशनी पूरी तरह जा सकती है.
इस तरह करें बचाव
- इससे बचने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि आप सिगरेट, शराब, प्रोसेस्ड फूड जैसी चीजों से दूरी बना लें.
- रोजना एक्सरसाइज करें.
- खान-पान को हेल्दी बनाएं.
- सीजनल हरी सब्जियों का सेवन करें.
- जब भी दिल से संबंधित कुछ संकेत दिखें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए.
- लाइफस्टाइल को मेंटेन करें.