नोएडा में एक ऐसा गांव हैं जहां की ज्यादातर महिलाएं मां नहीं बन सकतीं. इन सबके यूट्रस निकाल दिए गए हैं. इन सभी महिलाओं की नयी नयी शादी हुई थी. बस उसके बाद ही ये विपत्ति उन पर आ पड़ी. हालांकि गांव में ये समस्या क्यों है इस बारे में कोई नहीं बता पा रहा.
महिलाओं में नि:संतानता किसी बोझ से कम नहीं है. मां बनने का सपना हर महिला का होता है लेकिन शादी के बाद डॉक्टर उनका यूट्रस ही निकालकर बाहर कर दे तो क्या होगा? राजधानी से सटे जनपद गौतमबुद्ध नगर के एक गांव मोमनाथल की महिलाएं ऐसा ही समस्या झेल रही हैं. इस गांव में दर्जनों महिलाओं के यूट्रस निकाल दिए गए हैं. डॉक्टर ने वजह ये बतायी कि यूट्रस में रसौली या कैंसर है. जबकि कुछ महिलाओं को इसकी वजह ही नहीं बतायी गयी.
ये गांव नोएडा के सेक्टर 149 क्षेत्र में स्थित है. मोम्नाथल गांव की आबादी करीब 800 है. इनमें से 200 महिलाएं हैं. इनमें से करीब 70 फीसदी महिलाओं का यूट्रस निकाल दिया गया है. इन महिलाओं के बच्चे नहीं हैं और अब ये कभी मां नहीं बन सकतीं.
Also Read – क्राइम सीन का बच्चों पर क्या होता है असर? एक्सपर्ट से जानें
इस समय शुरू हुई समस्या
गांव की महिलाओं ने बताया कि उनके गांव में ऐसी औरतों की संख्या बहुत ज्यादा हैं. उनके मोहल्ले में ही करीब एक दर्जन महिलाओं का यूट्रस सर्जरी कर निकाल दिया गया. गांव की बात करें तो यहां 60 से 70 प्रतिशत महिलाओ को ये समस्या है. पीरियड्स के समय इन्हें परेशानी हुई तो डॉक्टर को दिखाया. कई साल इलाज के बाद भी इन्हें यूट्रस निकलवाना पड़ा. हालांकि ये बात न कोई नहीं बता पा रहा कि आखिर इस गांव में ऐसा क्या है जो महिलाओं में ये समस्या आम है.
डॉक्टर ने क्या कहा…
नोएडा के सरकारी अस्पताल सीएससी की डॉक्टर मीरा पाठक का कहना है यूट्रस निकालना आखिरी विकल्प नहीं होता. कैंसर या मेडिकल ट्रीटमेंट फेल हो गया हो तब कंडीशन में यूट्रस निकालना पड़ता है. वो सलाह देती हैं कि किसी भी महिला या शादी से पहले किसी युवती को किसी भी प्रकार की समस्या महसूस होती है तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं. बिल्कुल लापरवाही न बरतें अन्यथा ऐसी समस्या आ सकती है.