हम कहीं भी हों, अगर प्यास लगती है तो पानी पीना जरूरी हो जाता है और वह फिर चाहे जैसे मिले। स्वास्थ्य विशेषज्ञ भी अक्सर हमें पानी पीकर शरीर को हाइड्रेटेड रखने की सलाह देते हैं। पानी हमारी ओवरऑल हेल्थ को मजबूत बनाए रखने के लिए बेहद जरूरी है। मगर, क्या आपने कभी पानी पीने के सही तरीके के बारे में सोचा है या जानते हैं? अगर नहीं, तो आज हम इस लेख में आपको इसी के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं।
कुछ लोग जहां गिलास में पानी पीते हैं तो वहीं, कुछ लोगों को बोतल से पानी पीना सही लगता है। इसमें भी कई अलग-अलग तरीके होते हैं। दरअसल, गिलास में पानी पीने से और प्लास्टिक की बोतल में पानी पीने से आपकी हेल्थ पर अलग-अलग असर पड़ सकता है।
प्लास्टिक की बोतल सही या फिर कांच का गिलास
दादी-नानी के जमाने या पुराने समय में पीने के पानी को स्टोर करने के लिए मिट्टी के बर्तनों का इस्तेमाल किया जाता था, क्योंकि मिट्टी के बर्तनों को स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद माना जाता है। हालांकि, बदलते वक्त के साथ-साथ लोगों ने मिट्टी के बर्तनों की जगह कांच के गिलास और प्लास्टिक की बोतलों का उपयोग करना शुरू कर दिया। हालांकि, अपनी सेहत को मजबूत बनाए रखने के लिए आपको प्लास्टिक की बोतल की जगह कांच के गिलास में पानी पीना चाहिए। क्योंकि, प्लास्टिक की बंद बोतल में भरा हुआ पानी आपकी सेहत पर बुरा असर भी डाल सकता है।

कांच का गिलास क्यों बेहतर है?
प्रोसीडिंग्स ऑफ द नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज द्वारा किए गए एक अध्ययन के अनुसार, जब पानी को प्लास्टिक की बोतल में स्टोर करके रखा जाता है तो एक लीटर पानी में करीब 2.40 लाख प्लास्टिक के महीन टुकड़े मौजूद होते हैं। प्लास्टिक की बोतल में पानी पीते रहने से कई बीमारियों (Bottled Water Harmful Effects) का खतरा बढ़ सकता है। संगठन के अनुसार, प्लास्टिक के बोतल में पानी पीने के कारण कई गंभीर जानलेवा बीमारी हो सकती है।
क्या कहती हैं रिसर्च?
हाल ही में की गई कुछ रिसर्च के अनुसार, बोतल में मौजूद बंद पानी में 100,000 से अधिक नैनोप्लास्टिक मिले हैं। ये साइज में इतने ज्यादा छोटे होते हैं कि इनसे आपका ब्लड सर्कुलेशन, ब्रेन और सेल्स भी डैमेज हो सकते हैं। इसलिए बेहतर यही है कि आप प्लास्टिक की बोतल की जगह कांच के गिलास में पानी पीना शुरू कर दीजिए।

प्लास्टिक की बोतल में पानी पीने से इन बीमारियों खतरा
डायबिटीज और दिल की बीमारी
हार्वर्ड स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ की रिसर्च के मुताबिक, पॉली कार्बोनेट की बोतलों के पानी में बिस्फेनॉल ए केमिकल होता है, जो जब शरीर में जाता है तो दिल की बीमारियों और डायबिटीज का खतरा कई गुना तक बढ़ा सकता है।
कैंसर का खतरा
एक्सपर्ट्स के अनुसार, प्लास्टिक की बोतल में पानी पीने से कैंसर जैसी गंभीर बीमारी का खतरा बढ़ता है। इससे ब्रेस्ट और ब्रेन कैंसर का जोखिम बढ़ता है। प्लास्टिक बर्तन में रखी गर्म चीजों को खाने से बचना चाहिए।