तेजपत्ता के इस्तेमाल से सिर्फ रेसिपी या खाने का जायका ही नहीं बढ़ता बल्कि यह शरीर के लिए भी काफी ज्यादा फायदेमंद होता है. इसकी पत्तियां कुछ हद तक यूकेलिप्टस की पत्तियों जैसी नजर आती है. सब्जी या पुलाव में तेजपत्ता के 2 से 3 पत्ते डालने के बाद हमें लगता है कि यह तो बस मसाले का एक पार्ट है बात खत्म. लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि यह पेट, स्किन, लिवर-किडनी सभी के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद है. तेजपत्ता एक सुगंधित पत्ता है इस पत्ते में टैनिन, फ्लेवोन, फ्लेवोनोइड्स, एल्कलॉइड्स, यूजेनॉल, लिनालूल और एंथोसायनिन होते हैं. जो शरीर के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद होता है.
डायबिटीज के मरीज
जिन लोगों को डायबिटीज की बीमारी है उनके लिए तेजपत्ता खाना काफी ज्यादा फायदेमंद होता है. एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी) के मुताबिक तेजपत्ता खाने से इंसुलिन के लेवल में सुधार हो सकता है. इससे व्यक्ति के ब्लड में शुगर का लेवल कंट्रोल में होता है. एक रिसर्च के मुताबिक अगर 30 दिन तक टाइप-2 डायबिटीज के मरीज तेजपत्ता खाते हैं तो उनके सीरम ग्लूकोज में 21% से 26% तक की कमी देखी जा सकती है. यह कोलेस्ट्रॉल के लेवल में भी सुधार करता है.
सांस की बीमारी वाले मरीज
तेजपत्ता खाने से खांसी, फ्लू, ब्रोंकाइटिस, अस्थमा और इन्फ्लूएंजा जैसी सांस से जुड़ी समस्याओं में राहत मिलती है. तेजपत्ता में एंटीइंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं. यह सूजन कम करने में भी काफी ज्यादा मददगार है. इसमें एथनॉलिक एक्सट्रैक्ट और कंपाउंड भी पाए जाते हैं. तेजपत्ता खाने से सांस से जुड़ी बीमारी, सूजन और कई तरह की बीमारियों से बचने में मदद करता है.
पेट, स्किन से जुड़ी समस्याएं
तेजपत्ता में फाइबर काफी ज्यादा होता है जो फंगल इंफेक्शन को रोकने में मदद करता है. यह इम्युनिटी को मजबूत करने के साथ-साथ यह पेट से जुड़ी सभी तरह की समस्याओं से निजात दिलाता है.