हेपेटाइटिस एक वायरल संक्रमण है, जो मुख्य रूप से लिवर को प्रभावित करता है। यह लिवर की सूजन का कारण बनता है और इसके कई प्रकार होते हैं, जिनमें हेपेटाइटिस ए, बी, सी, डी, और ई शामिल हैं। प्रत्येक प्रकार अलग-अलग वायरस के कारण होता है। इसके लक्षण और उपचार भी अलग हो सकते हैं।
हेपेटाइटिस की समस्या बच्चों में आमतौर पर दूषित भोजन और पानी के सेवन से हो सकती है। यह संक्रमण तीव्र होता है और लंबे समय तक नहीं रहता। आमतौर पर कुछ हफ्तों से महीनों में ठीक हो जाता है लेकिन सही समय पर इसकी पहचान करना और उपचार करना बेहद आवश्यक है वरना बच्चे को परेशानी हो सकती है। बच्चों में हेपेटाइटिस के संकेतों को पहचानने के लिए निम्नलिखित लक्षणों पर ध्यान देना महत्वपूर्ण है।
पीलिया
त्वचा और आँखों का पीला होना, हेपेटाइटिस होने का संकेत है जिसे आप थोड़ा सा ध्यान से देखकर पहचान सकते हैं। इसे पहचानने के लिए बच्चे की आँखों के सफेद हिस्से (स्क्लेरा) और त्वचा की रंगत पर ध्यान दें। अगर यह पीली दिखाई दे रही है, तो यह पीलिया का संकेत हो सकता है। ऐसा दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और बच्चे को इस परेशानी से बचाने का प्रयास करें।
थकान
बच्चे का सामान्य से अधिक थका हुआ और सुस्त महसूस करना, हेपेटाइटिस का एक संकेत हो सकता है क्योंकि बच्चे दिन भर बहुत एक्टिव रहते हैं और केवल बीमार होने पर ही शांत बैठते हैं। अगर वह लंबे समय से थका हुआ महसूस करते हैं और उन्हें चीजों को करने में परेशानी होती है तो इस पर ध्यान दें। अगर बच्चा दिनभर थका हुआ रहता है या खेलने और दैनिक गतिविधियों में रुचि कम हो जाती है, तो यह एक चेतावनी का संकेत हो सकता है।
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भूख न लगना
बच्चों की आदत होती है कि वह दिन भर कुछ ना कुछ खाते ही रहते हैं। उनकी यह आदत सामान्य है लेकिन अगर बच्चा सामान्य से कम भोजन खा रहा है या भोजन के प्रति उसकी रुचि कम हो गई है, तो यह हेपेटाइटिस का लक्षण हो सकता है। इसलिए अगर आपको यह संकेत कई दिनों से नजर आ रहे हैं तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और कारण को जानने का प्रयास करें।
इसी तरह के कई और लक्षण है जो हेपेटाइटिस के संकेत देते हैं जैसे,
- पेट में दर्द
- मिचली और उल्टी
- गहरे रंग का पेशाब
- हल्के रंग का मल
- बुखार रहना
- सामान्य कमजोरी
- जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द
हेपेटाइटिस को कैसे पहचानें
- नियमित रूप से बच्चे के स्वास्थ्य और व्यवहार में परिवर्तन पर ध्यान दें।
- बच्चे से उसके स्वास्थ्य के बारे में पूछें और यदि वह किसी असहजता या दर्द की शिकायत करता है तो इसे गंभीरता से लें।
- त्वचा, आँखों, पेशाब और मल के रंग में किसी भी असामान्यता की पहचान करें।
- संदेह होने पर तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें। डॉक्टर आवश्यक जांच और परीक्षण कर सकते हैं जैसे कि ब्लड टेस्ट, जो हेपेटाइटिस की पुष्टि करने में मदद कर सकते हैं।
सही समय पर निदान और उपचार हेपेटाइटिस के प्रबंधन में महत्वपूर्ण है, इसलिए लक्षणों को पहचानते ही चिकित्सा सलाह लेना आवश्यक है।