कई लोग यह पढ़कर हैरान हो सकते हैं कि बच्चे के दांतों को भी ब्रश करने और फ्लॉसिंग की जरूरत हो सकती है। ऐसा इसलिए, क्योंकि हम में से अधिकतर लोग अपने दांतों की देखभाल करना जानते हैं, लेकिन बच्चों को लेकर लापरवाही कर जाते हैं।ऐसे में जरा सी गलती बच्चे के दांत और मसूड़े खराब हो सकते हैं।
दरअसल, हमारे यहां बच्चे के दूध के दांत निकलने पर जश्न मनाने की परंपरा है, लेकिन जाहिर तौर पर अधिकतर परिवारों में इन दांतों की सफाई पर चर्चा नहीं की जाती है, जोकि गलत है। दांत निकलने के बाद बच्चे के मुंह में बैक्टीरिया पनपने लगते हैं, जो दांतों की सड़न और दांतों से जुड़ी अन्य समस्याओं का कारण बन सकते हैं। ब्रश करने से इन बैक्टीरियाओं को कंट्रोल किया जा सकता है और दांतों की सेहत बनी रहती है।

कैसे करें बच्चे की दांत की सफाई?
छोटे बच्चों की दांतों की सफाई करने के लिए अपनी उंगली पर लगे घाव पर एक साफ पट्टी लपेट लें और पानी से बच्चों की दांत की ऊपर-नीचे धीरे-धीरे मालिश करें। डॉक्टर्स का कहना है कि बच्चों के नीचे के दांतों को बाहर से ऊपर की ओर धीरे-धीरे साफ करने की कोशिश करनी चाहिए। इसी तरह दांतों के अंदरूनी हिस्से की सफाई करनी चाहिए। बच्चों की सफाई कम से कम 3-5 मिनट तक धीरे-धीरे ब्रश करें।
ब्रश न करने से होने वाली समस्याएं
दांतों की सड़न
मसूड़ों की समस्याएं
दांतों का पीलापन
मुंह से बदबू आना
दांतों का टूटना
कैसे चुनें बच्चों के लिए ब्रश?
नरम ब्रिस्टल वाला ब्रश चुनें।
बच्चे के उम्र और दांतों के आकार के अनुसार ब्रश चुनें।
फ्लोराइड युक्त टूथपेस्ट का उपयोग करें।
ब्रश करने के लिए बच्चे को प्रोत्साहित करें।
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बच्चों को ब्रश करने की आदत डालने के तरीके
बच्चे को ब्रश करने के लिए प्रोत्साहित करें।
ब्रश करने की प्रक्रिया को मजेदार बनाएं।
बच्चे के साथ ब्रश करें।
नियमित रूप से दंत जांच कराएं।