खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए उसमें नमक मिलाया जाता है। हालांकि अक्सर इस बात पर भी बहस होती है कि किस तरह का नमक लोगों को इस्तेमाल करना चाहिए। कुछ लोग सफेद समुद्री नमक की जगह सेंधा नमक या काला नमक इस्तेमाल करना पसंद करते हैं। वे इस नमक को सफेद नमक से अधिक हेल्दी और कम नुकसानदायक मानते हैं।
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) की एक रिपोर्ट में बताया गया कि लोग चाहे जिस भी प्रकार का नमक खाते हैं उससे उन्हें सोडियम की मात्रा लगभग समान मात्रा में ही मिलती है। मतलब हर तरह का नमक खाने से आपको नुकसान हो सकता है।
डाइटीशियन और न्यूट्रिशन एक्सपर्ट शिल्पा मित्तल कहती हैं कि सेंधा नमक जिसे पिंक सॉल्ट भी कहा जाता है उसमें, साधारण सफेद नमक और टेबल सॉल्ट, सभी में सोडियम क्लोराइड पाए जाते हैं। इन सभी तरह के नमक में 40% से अधिक सोडियम कंटेट होता है।
अलग-अलग वेरायटी के नमक में अंतर
टेबल सॉल्ट, जिसे हमारे घरों में काफी अधिक इस्तेमाल किया जाता है उसे सबसे अधिक प्रोसेसिंग से गुजरना पड़ता है। नमक को भुरभुरा और सफेद बनाने के लिए उसे ब्लीच भी किया जाता है। वहीं, सेंधा नमक हिमालयी क्षेत्र में मिलने वाले गुलाबी पत्थरों को कूटकर तैयार किया जाता है। इन सभी तरह के नमक का टेक्स्चर और स्वाद अलग होता है इसीलिए इनका इस्तेमाल करने वालों को अपनी डिश में अंतर भी महसूस होता है।
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कौन से नमक में कितना पोषण?
चूंकि सेंधा नमक पत्थरों से पाया जाता है इसीलिए इसमें मिनरल्स की मात्रा थोड़ी ज्यादा होती है। वहीं, सफेद नमक में प्रोसेसिंग के दौरान आयोडीन मिलाया जाता है जो हमारे शरीर के लिए जरूरी है।
नमक का तीसरा प्रकार यानि काला नमक पूरी तरह से शुद्ध नहीं होता। इसको स्वाद और फ्लेवर देने किए इसमें कई तरह के मसाले और कई बार चारकोल भी मिलाया जाता है।
रोजाना कितना नमक खाना चाहिए
आंकड़ों के अनुसार, भारत में अन्य कई देशों की तुलना में अधिक मात्रा में नमक खाया जाता है। यहां प्रतिदिन लोग 10 ग्राम तक नमक खाते हैं। जबकि, एक वयस्क व्यक्ति को एक दिन में 5 ग्राम से अधिक नमक नहीं खाना चाहिए।
ज्यादा नमक खाने के नुकसान
- अधिक मात्रा में नमक खाने से शरीर में सोडियम का स्तर बढ़ जाता है। इससे ब्लड प्रेशर लेवल बढ़ सकता है।
- अधिक नमक से हार्टबीट में बदलाव हो सकते हैं जिससे कार्डियोवैस्कुलर डिजीजेज हो सकती हैं।
- ज्यादा नमक का सेवन करने से हड्डियां कमजोर होने लगती हैं।
- अधिक नमक खाने से गैस्ट्रिक कैंसर का खतरा बढ़ता है।
- ऑस्टियोपोरोसिस के मरीजों की समस्याएं भी अधिक नमक खाने से बढ़ सकती हैं।
- डाइटीशियन शिल्पा मित्तल सलाह देती हैं कि आप चाहे जिस भी तरह का नमक खाएं उसे सीमित मात्रा में ही खाएं। इसी तरह अधिक से अधिक मात्रा में हरी पत्तेदार सब्जियों और ताजे फलों का सेवन करें।