एक बार फिर वायु प्रदूषण इतना बढ़ गया है कि विजिबिलिटी कम हो गई है और साथ ही लोगों के लिए खुली हवा में सांस लेना तक मुश्किल हो गया है।
ये प्रदूषण खासकर उन लोगों के लिए चुनौती बनकर खड़ा हो गया हैं, जिन्हें सांस या फिर से दिल से जुड़ी कोई समस्या है. हवा में तैर रहे प्रदूषित कण इंसानों के लिए किसी जहर से कम नहीं है।
इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल में रेस्पिरेटरी एंड क्रिटिकल केयर मेडिसिन में सीनियर कंसलटेंट डॉ. का कहना है इंसानों के स्वास्थ्य पर प्रदूषण का असर बेहद सूक्ष्म है लेकिन इसके परिणाम काफी घातक हैं।
सांस के साथ-साथ दिल के लिए भी वायु प्रदूषण बेहद खतरनाक है. उनका कहना है कि आम लोगों को भी इसके बारे में जानकारी होना जरूरीताकि समय रहते अपना बचाव कर सकें।
दिल के लिए खतरा कैसे?
डॉ. बताते हैं कि हम अक्सर हवा में जहरीले कणों के बारे में सुनते हैं लेकिन ज्यादातर लोग इसे लेकर ज्यादा जानकारी नहीं रखते. हवा में मौजूक प्रदूषक जैसे पार्टिकुलेट मैटर, नाइट्रोजन डाइऑक्साइड और कार्बनिक कंपाउंड के बढ़ते स्तर से दुनिया भर में दिल के मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक, पर्यावरण में मौजूद जहरीले तत्व लंबे समय तक इंसानों के संपर्क में रहने से ब्लड प्रेशर को बढ़ाते हैं।
इससे दिल का दौरा या फिर स्ट्रोक की आशंका रहती है. प्रदूषण में लंबे समय तक रहने से प्रदूषक ऑक्सीडेटिव तनाव, सूजन और एंडोथेलियल डिसफंक्शन जैसी तमाम समस्याएं हो सकती हैं।
बरतें ये सावधानियां
हेल्थ एक्सपर्ट्स कहते हैं कि अगर आप घर से बाहर निकल रहे हैं तो फेस मास्क जरूर लगाकर रखें. इसके साथ ही, खुद को पूरी तरह के हाइड्रेट रखें. इसके साथ ही, ब्लड प्रेशर और डायबिटीज की जांच भी करवाते रहना चाहिए।
एंटी ऑक्सीडेंट्स से भरपूर फूड्स जैसे संतरे, बेरिज और हल्दी आदि को अपनी डाइट में शामिल करें. ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर फूड आइटम्स जैसे साल्मन को भी अपनी डाइट में शामिल करें.इसके साथ ही ब्रीदिंग एक्सरसाइज को करें.