Health Tips: वर्तमान समय में जिस तरह की दिनचर्या अपनाई जा रही है, उससे लगभग हर दूसरा आदमी तनाव और अवसाद से घिरा पाया जाता है। प्रोफेशनल से लेकर पर्सनल लाइफ तक में चल रही समस्याएं लोगों को तनाव की ओर धकेलती हैं। हर छोटी बड़ी चीज का तनाव लेने से आदमी अवसाद के भंवर में फंसने लगता है।
वहीं, अधिक तनाव लेने से लोगों के शरीर में कई गंभीर समस्याएं पैदा होने लगती हैं, जो सेहत के लिए अच्छा नहीं है। दरअसल, अधिक तनाव लेने से शरीर में कोर्टिसोल का स्तर बढ़ जाता है, जिससे हमारे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है।

Over Thinking से होने वाली परेशनियां
वजन तेजी से बढ़ता है
अधिक तनाव लेने से हॉर्मोन में गड़बड़ी आ जाती है, जिस कारण वजन बहुत तेजी से बढ़ने लगता है। खासकर, पेट के आस-पास की चर्बी बढ़ने लगती है। इसे जल्दी कम कर पाना बहुत मुश्किल होता।
नींद में आती है कमी
अधिक स्ट्रेस लेने से बॉडी में कोर्टिसोल हाई हो जाता है, जिस कारण जल्दी नींद नहीं आती है। अगर नींद आए भी तो वह कई बार टूटती है।
हर समय थकान महसूस होना
हर छोट बड़ी बात पर ओवर थिंकिंग सिर्फ मोटापा ही नहीं बढ़ाती, बल्कि हर समय थका हुआ महसूस कराती है। बढ़ा हुआ कोर्टिसोल पूरे दिन लगातार थकान और कम ऊर्जा के स्तर का कारण बन सकता है।
अपच और पाचन संबंधी समस्याएं
जब नेगटिविटी आपके शरीर पर हावी होती है तो उस वजह से शरीर में हाई कोर्टिसोल बढ़ जाता है, जो पाचन में बाधा उत्पन्न कर सकता है। इससे पेट फूलना, अपच और बेचैनी जैसे लक्षण हो सकते हैं, खासकर खाने के बाद।
कमजोर होता है दिमाग
कोर्टिसोल मस्तिष्क के कार्य को प्रभावित करता है, जिससे ध्यान केंद्रित करने में परेशानी, याददाश्त की समस्याएं और दिमाग में कोहरापन हो सकता है।
बचाव के तरीके
सबसे पहले तो आप हर छोटी बड़ी चीज के बारे में सोचन कम करें।
अपने दिमाग में कोई नेगेटिविटी न लाएं।
अपने आप को एंगेज रखने के लिए अपना कोई भी मन पसंद का काम करें। इससे आपका ध्यान बटा रहेगा।
अपनी लाइफस्टाइल में हेल्दी डाइट, एक्सरसाइज, योग और मेडिटेशन को शामिल करें।
इन कुछ चीजों में बदलाव से आप तनाव से बच सकते हैं।