सुनने की क्षमता में आ गई है कमी, इन उपायों की मदद से करें अपने कानों की सुरक्षा

World Hearing Day 2025: दुनियाभर में लाखों-करोड़ों लोग सुनने की क्षमता में गड़बड़ी जैसी समस्या का सामना कर रहे हैं। ऐसे में इस समस्या के बारे में जागरूकता फैलाने के उदेश्य से हर साल 3 मार्च को वर्ल्ड हियरिंग डे (World Hearing Day) मनाया जाता है। यह दिन सुनने की क्षमता में आई कमी के बारे में जागरूकता फैलाने और कान के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए मनाया जाता है। आज के इस लेख में हम आपको कानों की सेहत का ख्याल रखना के लिए कुछ उपायों को अपनी दिनचर्या में शामिल करने के बारे में बताएंगे।
तेज आवाज से कानों को बचाएं
तेज आवाजों के संपर्क में आना सुनने की क्षमता कम करता है। चाहे वह मशीन हो संगीत कार्यक्रम हो या हेडफोन के साथ संगीत सुनने जैसी मनोरंजक गतिविधियों हो। तेज आवाजों के लंबे समय तक संपर्क में रहने से कान की नाजुक संरचना को नुकसान पहुंच सकता है। अपने कानों की सुरक्षा के लिए, शोर भरे वातावरण में इयरप्लग या इयरमफ का उपयोग करें और हेडफोन या ईयरबड का उपयोग करते समय वॉल्यूम को मध्यम स्तर पर रखें।

कान की हाइजीन का रखें ख्याल
हमारे शरीर के अन्य अंगों की तरह, हमारे कानों को नियमित देखभाल की जरूरत होती है। अपने कानों को नम कपड़े से धीरे से साफ करें, रुई के फाहे या अन्य वस्तुओं के उपयोग से बचें जो कान की नली को नुकसान पहुंचा सकते हैं। अगर आपके कान में ज्यादा मैल जमा हो गए हैं तो किसी पेशेवर से ही परामर्श लें।
नियमित रूप से करवाएं हियरिंग चेकअप
अगर आपकी सुनने की क्षमता में कमी आ रही है तो आप समस्याओं का जल्द पता लगाने के लिए हियरिंग स्क्रीनिंग जरूर करवाएं। किसी ऑडियोलॉजिस्ट या हेयरिंग हेल्थकेयर प्रोफेशनल के साथ समय-समय पर अपॉइंटमेंट शेड्यूल करें। खासकर अगर आपको अपनी सुनने की क्षमता में कोई बदलाव नजर आए या कानों में बजने कुछ लक्षण महसूस हों।
यह भी पढ़ें: पेट और आंतों में सूजन आने पर दिखते हैं ये सामान्य लक्षण, घरेलु उपायों से करें इलाज
स्वस्थ जीवनशैली बनाए रखें
जीवनशैली से जुड़े कई कारक आपके हियरिंग हेल्थ को प्रभावित कर सकते हैं। विटामिन ए, सी और ई, साथ ही जिंक और मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्वों से भरपूर संतुलित आहार खाने से कान का स्वास्थ्य बेहतर रहता है। धूम्रपान से बचें और शराब का सेवन सीमित करें, क्योंकि इन आदतों को सुनने की क्षमता कम होती है। इसके अलावा शारीरिक रूप से सक्रिय रहें और तनाव के स्तर को नियंत्रित करेंआपके कानों के स्वास्थ्य सहित समग्र स्वास्थ्य में योगदान दे सकता है।

दवाओं के प्रति रहें सचेत
कुछ एंटीबायोटिक्स, कीमोथेरेपी दवाएं और नॉनस्टेरॉइडल एंटी-इंफ्लेमेटरी दवाएं (NSAIDs) सहित कुछ दवाएं सुनने की क्षमता पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती हैं। यदि आप कोई दवा ले रहे हैं तो अपने स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से संभावित दुष्प्रभावों पर चर्चा करें और दवा लेते समय अपनी सुनने की क्षमता में किसी भी बदलाव या कान से संबंधित समस्याओं के लक्षणों के प्रति सतर्क रहें।