हर शादीशुदा जोड़े की इच्छा होती है कि उन्हें भी माता-पिता बनने का सुख प्राप्त हो। लेकिन आजकल लोग अपना करियर बनाने के चक्कर में जल्दी बच्चा प्लान नहीं करते हैं। लेकिन जैसे-जैसे हमारी उम्र बढ़ने लगती है, इसके साथ हमारी प्रजनन क्षमता भी कमजोर होने लगती है। पुरुषों में स्पर्म क्वालिटी गिरने लगती है, तो वहीं महिलाओं में अंडे की गुणवत्ता खराब होने लगती है।
ऐसे में आजकल लोगों के साथ यह समस्या काफी देखने को मिलती है कि वे कोशिश तो बहुत करते हैं, लेकिन गर्भधारण नहीं हो पाता है। ऐसा प्रजनन क्षमता कमजोर होने या इनफर्टिलिटी के कारण देखने को मिलता है। ऐसे लोगों के लिए IVF ट्रीटमेंट किसी वरदान से कम नहीं है।
इस ट्रीटमेंट के जरिए उन कपल्स को भी पेरेंट्स बनने का सुख मिल पाता है, जो सामान्य तरीके से गर्भधारण कर पाने में असमर्थ हैं। आईवीएफ पुरुष के शुक्राणु को महिला के अंडे के साथ फर्टिलाइज किया जाता है। जब इससे भ्रूण तैयार हो जाता है, तो डॉक्टर इसे गर्भाशय में डाल देते हैं। उसके बाद बच्चा सामान्य गर्भावस्था की तरह ही कोख में पलता है।
लेकिन IVF ट्रीटमेंट अभी दुर्लभ होने की वजह से लोगों के मन में इसको लेकर कई तरह की शंकाएं देखने को मिलती हैं। कई बार लोग डॉक्टर से ये भी पूछते हैं कि 40 की उम्र के बाद आईवीएफ से बच्चा करना चाहिए या नहीं? क्या 40 के बाद आइवी के माध्यम से प्रग्नेंसी स्वस्थ होती है या यह नुकसानदायक होता है? आपके इन सवालों का जवाब जानने के लिए हमने नई दिल्ली स्थित मदर्स लैप आईवीएफ सेंटर की चिकित्सा निदेशक, स्त्री रोग और आईवीएफ विशेषज्ञ डॉक्टर से बात की। इस लेख में हम आपको इसके बारे में विस्तार से बता रहे हैं।
डॉक्टर अनुसार “अगर 40 के बाद IVF के माध्यम से प्रेग्नेंसी की बात करें, तो आमतौर पर इसे सुरक्षित माना जाता है। यहां समझने वाली बात यह है कि अगर बात सिर्फ प्रेग्नेंसी की है, तो IVF प्रक्रिया में भी बच्चा सामान्य प्रेग्नेंसी की तरह ही गर्भ में पलता है। ऐसे में एक महिला को सिर्फ वे परेशानियां हो सकती हैं, जो आमतौर पर एक माता को होती हैं। लेकिन अगर आप 40 के बाद प्रग्नेंसी की बात कर रहे हैं, तो यह शरीर के बूढ़े होने के साथ आपकी कई समस्याएं बढ़ा सकता है।
जब एक महिला इस उम्र तक पहुंचती है, तो वह पहले से ही कई तरह की बीमारियों से ग्रसित हो जाती है। ऐसे में इस दौरान प्रग्नेंसी प्लान करना उनके लिए थोड़ा जोखिम भरा जरूर हो सकता है। यहां दिक्कतें IVF ट्रीटमेंट से नहीं, बल्कि बढ़ती उम्र के साथ प्रेग्नेंसी के कारण होने वाली हैं। रही बात आइवीएफ ट्रीटमेंट की, तो यह उन लोगों के लिए ही है, जिन्हें अधिक उम्र में बच्चे नहीं होते हैं, तो ऐसे में ट्रीटमेंट को लेकर आपको ज्यादा चिंतित होने की आवश्यकता नहीं है। लेकिन 40 की उम्र के बाद एक महिला के लिए प्रेग्नेंसी प्लान करना जोखिम भरा हो सकता है।
डॉक्टर की सलाह
यह सही है कि आपको IVF ट्रीटमेंट की मदद से गर्भधारण में मदद मिल सकती है। लेकिन इसकी सफलता अंडे की गुणवत्ता पर निर्भर करती है। कई मामलों में अंडों की खराब गुणवत्ता के कारण बीच में ही गर्भपात जैसी स्थिति पैदा हो जाती है। हालांकि, 40 के बाद भी कई लोगों ने IVF की मदद से सफलतापूर्वक बच्चों को जन्म दिया है। इसलिए अगर आप भी IVF ट्रीटमेंट की मदद से प्रेग्नेंसी का प्लान बना रहे हैं, तो सबसे पहले अपने डॉक्टर से स्वास्थ्य की जांच कराएं। सुनिश्चित करें कि आप इस उम्र में बच्चे को जन्म देने के लिए कितना तैयार हैं। अगर आप स्वस्थ हैं, तो आसानी से प्रेग्नेंसी प्लान कर सकते हैं।