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गुदगुदी कर बच्चों को हंसाने वाले पेरेंट्स हो जाएं सावधान, जान लीजिए ये कितना खतरनाक

Tickling Kids Risks: बच्चों को गुदगुदी करना मजेदार होता है. जब भी पैरेंट्स या घर का कोई भी मेंबर बच्चे को गुदगुदी (Tickling) करते हैं, तो घर में खिलखिलाहट गूंजने लगती है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि बच्चों को ज्यादा गुदगुदी करना उनकी सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है. कई रिसर्च में यह बात सामने आई है कि गुदगुदी का ज्यादा प्रभाव बच्चों की मेंटल और फिजिकल हेल्थ पर निगेटिव असर डाल सकता है. इसलिए ऐसा करने वाले माता-पिता को सावधान हो जाना चाहिए. आइए जानते हैं कि गुदगुदी करना बच्चों के लिए कितना खतरनाक हो सकता है…
गुदगुदी करने से बच्चों को क्या नुकसान | Tickling Kids Risks
- जबरदस्ती हंसना, खुशी नहीं: गुदगुदी करने पर बच्चा हंसता जरूर है, लेकिन जरूरी नहीं कि वह असल में खुश हो. कई बार गुदगुदी इतनी तेज होती है कि बच्चा हंसने के अलावा और कुछ कर ही नहीं पाता. यह हंसी उसकी बॉडी की एक स्वाभाविक प्रतिक्रिया होती है, न कि खुशी का इजहार.
- सांस फूलने और घबराहट का खतरा: लगातार गुदगुदी करने से बच्चे की सांस फूल सकती है और उसे घबराहट महसूस हो सकती है. छोटे बच्चों में यह समस्या और भी ज्यादा हो सकती है, क्योंकि उनकी श्वसन प्रणाली (Respiratory System) उतनी मजबूत नहीं होती है.

- सेल्फ डिफेंस का सेंस खत्म कर सकती है गुदगुदी: गुदगुदी के दौरान बच्चा खुद को बचाने में असमर्थ महसूस कर सकता है. इससे उसकी ‘No’ या ‘रुक जाओ’ कहने की प्रवृत्ति कमजोर हो सकती है. लंबे समय तक ऐसा होता रहे तो बड़े होने पर भी वह दूसरों के प्रति अपनी असहजता जाहिर करने में मुश्किल महसूस कर सकता है.
- मानसिक तनाव और डर: कुछ बच्चों को ज्यादा गुदगुदी करने से डर और बेचैनी महसूस हो सकती है. उन्हें ऐसा लग सकता है कि वे अपनी बॉडी पर कंट्रोल खो रहे हैं, जिससे उनमें असुरक्षा की भावना विकसित हो सकती है.

- मांसपेशियों पर असर और दर्द: लगातार गुदगुदी करने से बच्चों की मांसपेशियों पर अनावश्यक दबाव पड़ सकता है, जिससे उनमें दर्द या ऐंठन की समस्या हो सकती है. इसलिए कभी भी बच्चों को गुदगुदी नहीं करनी चाहिए. यह उनकी सेहत के लिए ठीक नहीं होता है.