यूट्यूबर ध्रुव राठी बिना कपड़ों के यानि नंगे बदन 10 डिग्री सेल्सियस टेंपरेचर में बर्फ की मोटी परत में छलांग लगाते नजर आ रहे हैं । उनके चारों तरफ बर्फ ही बर्फ है। वीडियो में ध्रुव राठी (Dhruv Rathee) करीब दो फीट बर्फ के अंदर घुस जाते हैं। हालांकि, उन्होंने अपने फॉलोवर्स से ऐसा बिल्कुल भी न करने की सलाह दी है। अपने फैंस को वॉर्निंग देते हुए उन्होंने बताया कि इससे हाइपोथर्मिया (Hypothermia) और फ्रॉस्टबाइट (Frostbite) होने का खतरा है।
बता दें कि ऐसे अटेम्प्ट बेहद खतरनाक हैं। इन्हें बिना ट्रेनिंग और सुपरविजन में नहीं करना चाहिए। 10 डिग्री बर्फ में रहने या ध्रुव राठी की तरह बर्फ के अंदर घुसना बेहद खतरनाक हो सकता है। ऐसा करने से शरीर पर गंभीर साइड इफेक्ट्स देखने को मिल सकते हैं। इनमें हाइपोथर्मिया और फ्रॉस्टबाइट ही नहीं कई अन्य समस्याओं का भी खतरा हो सकता है।

हाइपोथर्मिया का खतरा
ज्यादा ठंड में रहने या बर्फ में रहने से हाइपोथर्मिया का खतरा रहता है, जो एक ऐसी स्थिति है, जिसमें शरीर गर्मी पैदा करने की बजाय तेजी से इसे खोने लगता है। इससे कंपकपी, मानसिक भ्रम, सांस लेने में कठिनाई, कमजोर नाड़ी और गंभीर मामलों में जानलेवा हो सकता है।
फ्रॉस्टबाइट
फ्रॉस्टबाइट हाथ-पैर की उंगलियों, नाक और कानों में सबसे आम है। इसमें सुन्नता, छाले, दर्द, सूजन और त्वचा का रंग बदल सकता है। इससे कई अंगों के ऊतकों को भी नुकसान पहुंच सकता है।
मांसपेशियों, हार्ट और सांस की समस्याएं
ठंड के कारण मांसपेशियों में दर्द और जकड़न हो सकती है। इससे हार्ट पर दबाव बढ़ सकता है, जिससे दिल को खतरा हो सकता है। इसके अलावा ज्यादा ठंड से सांस लेने में परेशानी हो सकती है।
मेंटल हेल्थ पर असर
बर्फ या ज्यादा ठंड की वजह से तनाव और चिंता हो सकती है। इससे डिप्रेशन का भी खतरा हो सकता है। ठंड के कारण एकाग्रता में कमी हो सकती है और सोचने की क्षमता प्रभावित कर सकती है।
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अन्य समस्याएं
ठंड की वजह से पाचन की समस्याएं हो सकती हैं। यह यूरिनरी सिस्टम को भी प्रभावित कर सकता है। इससे अलावा स्किन से जुड़ी कई घातक परेशानियां भी हो सकती हैं। इससे स्किन ड्राई और दर्द कर सकती है।