Earbuds Side Effects in Hindi: गैजेट्स का इस्तेमाल युवाओं के साथ-साथ वयस्कों में भी काफी बढ़ा है। लोग फोन कॉल या गाने सुनने, मूवी देखने के दौरान ज्यादातर ईयरबड्स का इस्तेमाल करते हैं। हालांकि, इनका ज्यादा इस्तेमाल कानों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मानें तो यह सुनने की क्षमता को नुकसान पहुंचाने के साथ ही कई परेशानियों का कारण बन सकता है। इसके कारण कान में मैल जमने लगता है। ऐसे में गंदगी कान की नली के अंदर चली जाती है, इससे परेशानी बढ़ सकती है। इसके साथ ही हृदय की समस्याएं भी पनपने लगती हैं।
लंबे समय तक ईयरबड्स का इस्तेमाल करने पर कानों के साथ-साथ हमारे ब्रेन पर भी इसका बुरा असर पड़ता है। ऐसे उपकरणों से निकलने वाली इलेक्ट्रोमैग्नेटिक वेव्स हमारे मस्तिष्क पर बुरा प्रभाव डालती हैं। कई लोगों को इसकी वजह से अलग-अलग तरह की आवाज आने का भ्रम महसूस होने लगता है।
ईयरबड्स का ज्यादा इस्तेमाल आपके लिए है खतरनाक | Earbuds Side Effects in Hindi
यदि आप लगातार ईयरबड्स यूज करते हैं तो आप कई परेशानियों के शिकार हो सकते हैं। ईयरबड्स का घंटों तक इस्तेमाल करने से सिरदर्द की समस्या होना एक कॉमन प्रॉब्लम है। इससे माइग्रेन की शिकायत भी बढ़ सकती है। इतना ही नहीं यह आपकी नींद पर भी बुरा असर डाल सकते हैं। लंबे समय तक ईयरबड्स लगाए रहने से अनिद्रा या स्लीप एप्निया जैसी समस्याएं हो सकती हैं। ईयरबड्स का सबसे खतरनाक साइड इफेक्ट है सुनने की क्षमता को नुकसान पहुंचना। लगातार तेज आवाज में गाना सुनने से कानों के सुनने की क्षमता कम होने लगती है।

दिल की बीमारियों का भी कारण बन सकते हैं ईयरबड्स | Earbuds Side Effects in Hindi
डब्ल्यूएचओ के मुताबिक बहुत कम लोगों को इस बात का एहसास होगा कि ईयरबड्स दिल की बीमारियों का भी कारण बन सकते हैं। घंटों तक ईयरफोन या हेडफोन से लगाकर तेज आवाज में म्यूजिक सुनने से दिल की धड़कन बढ़ सकती है। ऐसे में हार्ट पर बुरा असर पड़ता है, जो आगे चलकर गंभीर रोग का कारण बन सकता है। इसी के साथ इस गैजेट्स के कारण कानों का ब्लड फ्लो भी बेहद प्रभावित होता है। इस कारण रात में सोने के दौरान ईयरबड्स लगाने से बचें।

कान की स्किन पर इंफेक्शन होने का खतरा | Earbuds Side Effects in Hindi
ईयरबड्स का लगातार प्रयोग करने से कान में मैल जमा होने लगता है। यह मैल आपके कान के पर्दे को नुकसान पहुंचा सकता है। इतना ही नहीं ईयरबड्स और हेडफोन के कारण कानों में हवा नहीं जा पाती, जिससे कान की स्किन पर इंफेक्शन होने का डर भी रहता है। ऐसे ईयर इंफेक्शन की संभावना बढ़ जैती है और कानों की नसों पर भी इसका बुरा प्रभाव पड़ता है। ज्यादा बेस वाले ईयरबड्स कान के पर्दे पर गहरा प्रभाव डालते हैं, जिससे कान के ऊतकों को हानि होती है।

अपने रूटीन में जल्द से जल्द करें बदलाव | Earbuds Side Effects in Hindi
घंटों तक ईयरबड्स या हेडफोन का इस्तेमाल करते हैं तो तुरंत अपने रूटीन में बदलाव करें। हर दिन 60 मिनट से ज्यादा ईयरबड्स या हेडफोन का इस्तेमाल नहीं करें। बहुत तेज आवाज करके इन्हें न सुनें। ईयरबड्स के इस्तेमाल के दौरान उसकी साउंड के लेवल का ख्याल रखना जरूरी है। साउंड का लेवल 130 डेसिबल से ज्यादा नहीं होना चाहिए। इससे ज्यादा आवाज होने पर कान में तेज दर्द होने के साथ ही सुनने की क्षमता प्रभावित हो सकती है।
