गर्भधारण करके मातृत्व का सुख पाना हर महिला का सपना होता है. लेकिन कई बार किन्ही कारणों से वह मां नहीं बन पातीं. महिलाएं अक्सर यह नहीं समझ पातीं कि वह किस कारण मां नहीं बन पा रही हैं. अगर कोई महिला गर्भधारण करने में असमर्थ है, तो उसके मन में डर और आशंकाएं पैदा होने लगती हैं.
इलाहाबाद मेडिकल एसोसिएशन में ऐसा ही एक सम्मेलन चल रहा है. इसमें देश भर के स्त्री रोग विशेषज्ञ शामिल हो रहे हैं. इसमें बांझपन, पीरियड्स लेट होना, यूट्रस में गांठ, गर्भावस्था के दौरान शरीर में होने वाली पोषक तत्वों की कमी जैसे विषयों पर चर्चा की गई.
महिलाओं में बांझपन का प्रमुख कारण
स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर वंदना बंसल बताती हैं इन दिनों महिलाएं करियर के लिए काफी गंभीर हैं. इसलिए शादी में देरी करती हैं. 30 साल बाद महिलाओं में प्रजनन क्षमता की कमी आने लगती है जो 35 साल के बाद काफी कम हो जाती है. महिलाओं में एस्ट्रोजन हार्मोन का प्रभाव कम होने लगता है. इसे बनाए रखने के लिए महिलाओं को अपनी शरीर का काफी ध्यान रखना पड़ता है.
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शादी करने की सही उम्र
डॉ वंदना के मुताबिक, महिलाओं को अधिकतम 25 से 28 साल तक शादी कर लेनी चाहिए और 30 साल तक अपना पहला बच्चा कर लेना चाहिए. इसके बाद वह 35 साल तक अपनी फैमिली कंप्लीट कर ले. मां बनने के लिए महिलाओं के लिए यही सही उम्र होती है. वैसे तो हार्मोनल रूप से देखा जाए तो 25 साल की उम्र परफेक्ट मानी जाती है. इस समय तक महिलाओं में सेक्स करने की इच्छा भी तीव्र होती है.
प्रजनन क्षमता को बनाए रखने का उपाय
प्रजनन क्षमता बनाए रखना एक बड़ी चुनौती होती है. लेकिन अगर महिलाएं खान-पान का ख्याल रखें तो यह असंभव नहीं है. इसके लिए महिलाओं को बचपन से हरी सब्जी का सेवन करना चाहिए और लगातार एक्सरसाइज करते रहना चाहिए. महिलाओं को जंक फूड खाने से परहेज करना चाहिए. इससे महिलाओं में एस्ट्रोजन हार्मोन का स्त्रावण होता रहेगा.