महिलाओं को अपने जीवन में कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इन्हीं समस्याओं में से एक है यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन या यूटीआई। इसे आम भाषा में यूरिन इन्फेक्शन भी कहा जाता है। पुरुषों की तुलना में महिलाओं में यूरिन इंफेक्शन की समस्या अधिक देखने को मिलती है। अधिकतर महिलाएं इसके बारे में बात करने से कतराती हैं।
यूरिन इंफेक्शन में लक्षण
पेशाब करते समय जलन महसूस होना, पेट के निचले हिस्से में दर्द, बार-बार यूरिन आना और थकान इसके कुछ सामान्य लक्षण हैं। अगर समय पर इसका इलाज न किया जाए, तो यह किडनी को बुरी तरह प्रभावित कर सकता है। कुछ महिलाओं को बार-बार यूरिन इन्फेक्शन की समस्या होती है। स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ प्रोमिला जोशी ने बताया है कि महिलाओं को बार-बार यूरिन इन्फेक्शन होने के पीछे क्या कारण हैं और इससे बचाव कैसे करें?
यूरेथ्रा की लंबाई कम होना
पुरुषों की तुलना में महिलाओं के शरीर में यूरेथ्रा (मूत्रमार्ग) की लंबाई काफी छोटी होती है। जिसकी वजह से संक्रमण फैलने वाले बैक्टीरिया ब्लैडर में आसानी से प्रवेश कर जाते हैं। इसके कारण महिलाओं को बार-बार यूरिन इंफेक्शन होने का खतरा ज्यादा रहता है।
किडनी या ब्लैडर स्टोन
जो महिलाएं किडनी स्टोन या ब्लैडर स्टोन की समस्या से जूझ रही हैं, उन्हें बार-बार यूरिन इंफेक्शन होने की संभावना अधिक रहती है। इसलिए पथरी की शिकायत होने पर आपको हाइजीन का खास ख्याल रखना चाहिए। ऐसी स्थिति में गंदा और इंफेक्टेड टॉयलेट का प्रयोग करने से बचें।
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मेनोपॉज
मेनोपॉज के दौरान महिलाओं को बार-बार यूरिन इन्फेक्शन होने की समस्या हो सकती है। दरअसल, इस दौरान महिला के शरीर में तेजी से हार्मोनल बदलाव हो रहा होता है। मेनोपॉज के दौरान महिला के शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन की कमी हो जाती है, जिसके कारण बार-बार यूरिन इन्फेक्शन का खतरा हो सकता है।
टाइट कपड़े पहनना
कई अध्ययनों से पता चला है कि जो महिलाएं ज्यादा टाइट कपड़े या अंडरवियर पहनती हैं, उन्हें यूरिन इन्फेक्शन होने का खतरा अधिक रहता है। इससे बचने के लिए हमेशा ढीले और कॉटन के कपड़े पहनें।
डायबिटीज
जिन महिलाओं को डायबिटीज की शिकायत है, उन्हें बार-बार यूरिन इंफेक्शन हो सकता है। दरअसल, डायबिटीज में ब्लड शुगर हाई होने पर बार-बार पेशाब आता है। ऐसी स्थिति में ब्लैडर पूरी तरह से खाली नहीं हो पाता है, जिससे बार-बार यूरिन इन्फेक्शन की दिक्कत हो सकती है।